सचिन तेंदुलकर को डराने वाला यह गेंदबाज टीम से बाहर, कप्तान विराट कोहली से मांगी माफी
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की T-20 सीरीज के लिए अपनी टीम का ऐलान कर दिया. टीम की कप्तानी फाफ डु प्लेसिस से छीनकर युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक को दी गई है.
नई दिल्ली:
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने भारत के खिलाफ होने वाली तीन मैचों की T-20 सीरीज के लिए अपनी टीम का ऐलान कर दिया. टीम की कप्तानी फाफ डु प्लेसिस से छीनकर युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक को दी गई है. हालांकि, इसके बाद होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए फाफ डु प्लेसिस को ही कप्तान बनाया गया है. भारत के खिलाफ घोषित की गई साउथ अफ्रीका की टी20 टीम में फाफ डु प्लेसिस को शामिल नहीं किया गया है, जबकि रासी वेन डर डुसान को टी20 इंटरनैशनल टीम का और तेंबा बावुमा को टेस्ट टीम का उपकप्तान बनाया गया है.
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उधर दक्षिण अफ्रीका ने तेज गेंदबाज डेल स्टेन को T-20 सीरीज के लिए शामिल नहीं किया है, स्टेन ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर तक ने ट्वीटर पर उनकी तारीफ करते हुए एक मैच का जिक्र किया था, जिसमें डेल स्टेन की गेंदबाजी के चलते वे एक घंटे तक स्ट्राइक नहीं बदल सके थे. टीम में शामिल ने किए जाने पर डेल स्टेन ने ट्वीटर पर लिखा है कि वे भारत के खिलाफ टी-20 सीरीज में चयन के लिए उपलब्ध थे, लेकिन चयनकर्ता उनका नंबर भूल गए. स्टेन ने यह बात एक ट्वीटर यूजर का जवाब देते हुए कही.
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ट्वीटर यूजर ने लिखा था कि क्रिस मॉरिस को T-20 टीम में जगह नहीं मिली, क्योंकि उन्होंने खुद को अनुपलब्ध बताया था. स्टेन ने इस पर लिखा, मैं उपलब्ध था. कोचिंग स्टाफ बदलने में मेरा नंबर खो गया होगा. स्टेन के इस ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा कि चयनकर्ता उन्हें बड़ी सीरीज के लिए बचाकर रखना चाहते होंगे. इसलिए ऐसा किया गया होगा. इस पर स्टेन ने फिर लिखा कि वह विराट और करोड़ों लोगों से माफी मांगते हैं.
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डेल स्टेन एक ऐसे गेंदबाज हैं, जिनसे सचिन तेंदुलकर तक खौफ खाते थे. डेल के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने पर सचिन तेंदुलकर ने ट्वीटर पर लिखा था कि आपको शुभकामनाएं, आपको गेंदबाजी करते देखना और आपके खिलाफ खेलना अच्छा रहा. आपने हमेशा बल्लेबाजों के लिए चुनौती पेश की है. एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में सचिन ने माना कि जब स्टेन अपने रंग में होते थे तब 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे. अगर इतनी रफ्तार के साथ स्विंग मिलने लगे तो सोने पे सुहागा. उनकी स्विंग को खेलना आसान नहीं था. सचिन ने कहा कि यही वह बात है जो स्टेन को अन्य गेंदबाजों से अलग बनाती है.
Apologies to Virat and a billion people for thinking they not
— Dale Steyn (@DaleSteyn62) August 13, 2019सचिन ने बताया था कि साल 2011 में केपटाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मैच चल रहा था. सचिन तेंदुलकर और गौतम गंभीर क्रीज पर थे और एक छोर से गेंदबाजी कर रहे थे डेल स्टेन. स्टेन इतनी शानदान गेंदबाजी कर रहे थे कि सचिन और गंभीर करीब एक घंटे तक स्ट्राइक ही नहीं बदल पा रहे थे. इतने साल बाद सचिन तेंदुलकर ने इस बात का खुलासा किया है. सचिन ने अखबार से बातचीत के दौरान माना कि वह एक घंटा उनके क्रिकेटिंग करियर का सबसे रोमांचक, दिलचस्प और चुनौतीपूर्ण घंटा था.