सचिन ने आईसीसी के इस नियम की आलोचना, वनडे में दो गेंदों का इस्तेमाल तबाही के साधन जैसा
क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में दो नई गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना की है।
नई दिल्ली:
क्रिकेट की दुनिया के भगवान कहे जाने वाले मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय क्रिकेट में दो नई गेंदों के इस्तेमाल की आलोचना की है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के इस नियम को खेल की तबाही का साधन करार दिया है।
सचिन ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल खेल की तबाही के लिए हथियार जैसा है। गेंदबाजों को नई गेंद की वजह से इतना समय ही नहीं मिल पाता कि रिवर्स स्विंग मिल सके। हमने मैच के अंतिम ओवरों में काफी समय से रिवर्स स्विंग नहीं देखी है।'
गौरतलब है कि आईसीसी ने अक्टूबर 2011 में ही वनडे में दो नई गेंदों का प्रयोग शुरू किया था। इस मामले में पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वकार युनूस ने सचिन का समर्थन किया है।
उन्होंने लिखा, 'यही वजह है कि अब आक्रामक तेज गेंदबाज नहीं निकलते। सभी रक्षात्मक खेलते हैं। सचिन की बातों से पूर्ण रूप से सहमत हूं। रिवर्स स्विंग लुप्त ही हो गई है।'
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सचिन की ओर से यह बयान हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुए एकदिवसीय मैच में बने सर्वोच्च स्कोर पर आया है।
आपको बता दें कि इंग्लैंड ने मंगलवार को आस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज के तीसरे मैच में 6 विकेट पर 481 रन का विशाल स्कोर बनाया जो कि वनडे इतिहास का सर्वोच्च स्कोर है।
वहीं अगले मैच में ही ऑस्ट्रेलिया ने 8 विकेट पर 312 रन का विशाल स्कोर बनाया, जिसे मेजबान टीम ने 44.4 ओवर में ही हासिल कर लिया।
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