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साक्षी धोनी के गुस्से का 'आधार' है, घबरा गये सूचना मंत्री रवि शंकर प्रसाद

केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का आधार के प्रचार के लिए महेन्द्र सिंह धोनी का इस्तेमान करना थोड़ा मंहगा पड़ गया। धोनी के बहाने प्रमोशन करने का उनका यह दांव उस वक्त उलटा पड़ गया जब धोनी की पत्नी साक्षी मलिक ने प्राइवेसी के मुद्दे को लेकर रविशंकर प्रसाद पर ही सवाल दाग दिया।

News Nation Bureau
| Edited By :
29 Mar 2017, 09:18:15 AM (IST)

नई दिल्ली:

केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद का आधार के प्रचार के लिए महेन्द्र सिंह धोनी का इस्तेमान करना थोड़ा मंहगा पड़ गया। धोनी के बहाने प्रमोशन करने का उनका यह दांव उस वक्त उल्टा पड़ गया जब धोनी की पत्नी साक्षी मलिक ने प्राइवेसी के मुद्दे को लेकर रविशंकर प्रसाद पर ही सवाल दाग दिया।

महेन्द्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी सिंह ने टि्वटर के जरिए इस मसले पर कड़ी नाराजगी जताते हुए आईटी मिनिस्टर रविशंकर प्रसाद से सख्त सवाल किये हैं। साक्षी ने आईटी मिनिस्ट्री पर धोनी के आधार से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक करने का आरोप भी लगाया है। सोशल मीडिया पर यह चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसके बाद रविशंकर प्रसाद ने साक्षी की शिकायत पर रविशंकर प्रसाद ने एक्शन लेते हुए तुरंत धोनी के आधार से जुड़ी जानकारी को हटवा दिया।

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क्या हुआ मामला

केंद्र सरकार इन दिनों आधार देश के हर नागरिक को आधार से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है। जिसके लिए आईटी मिनिस्ट्री के लोग धोनी के घर जाकर आधार का पता और दूसरी चीजें अपडेट कर रहे थे। धोनी के बहाने आधार के प्रचार के लिए आईटी मिनिस्ट्री से जुड़े एक ट्विटर हैंडल से पूरी प्रकिया की तस्वीरें ट्वीट की गई।

इसी क्रम में किए गए एक ट्वीट में धोनी के फॉर्म की तस्वीर भी पोस्ट कर दी गई। इसम फॉर्म में धोनी की व्यक्तिगत जानकारी थी। उस ट्वीट को रविशंकर प्रसाद ने अपने डिपार्टमेंट का बेहतर काम बताते हुए रीट्वीट कर दिया। जिसके के बाद साक्षी ने रविशंकर प्रसाद से सवाल-जवाब कर किए।

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@rsprasad @CSCegov_ is there any privacy left ??? Information of adhaar card including application is made public property!#disappointed

— Sakshi Singh 🇮🇳❤️ (@SaakshiSRawat) March 28, 2017

@SaakshiSRawat No it is not a public property. Does this Tweet divulge any personal information?

— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) March 28, 2017

साक्षी ने कहा कि प्राइवेसी नाम की कोई चीज है या नहीं? आवेदन सहित आधार कार्ड का विवरण सार्वजनिक कर दिया गया है। इस पर मंत्री रविशंकर ने कहा कि नहीं, यह कोई सार्वजनिक संपत्ति नहीं है। क्या यह ट्वीट किसी भी व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा करता है? जिस पर साक्षी ने कहा कि फॉर्म में भरी व्यक्तिगत जानकारी लीक हो गई हैं।

@rsprasad Sir I m talking about the application which was tweeted along with picture by @CSCegov_ pic.twitter.com/EHYwzfzfKR

— Sakshi Singh 🇮🇳❤️ (@SaakshiSRawat) March 28, 2017

@SaakshiSRawat Thanks for bringing this to my notice. Sharing personal information is illegal. Serious action will be taken against this.

— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) March 28, 2017

इस पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जानकारी को मेरे संज्ञान में लाने के लिए धन्यवाद। व्यक्तिगत जानकारी साझा करना अवैध है। इसके खिलाफ गंभीर कार्रवाई की जाएगी।