जानिए माही से द एमएस धोनी बनने का क्रिकेट सफर
journey of ms dhoni in cricket
New Delhi:
कहा जाता है कि धोनी जिस चीज को छू लेता है वह सोना बन जाती है। वह जहां कदम रखता है वह उसकी हो जाती है। इसे किस्मत का धनी कहें या उसकी की मेहनत भारतीय टीम को हर मुकाम को जीतने का चस्का जिसने लगाया वह है धोनी। आज 30 सितंबर को धोनी की जीवन पर बनी फिल्म 'एम.एस धोनी:द अनटोल्ड स्टोरी' रिलीज हो रही है। लेकिन धोनी में ऐसा क्या खास था जो कोई ना कर सका और सिर्फ धोनी ने कर दिखाया। तो आईये ले चलते है फ्लैशबैक में और देखते है माही से सबसे सफलतम कप्तान बनने का सफर-
मेहनत के बल पर ली टीम में एंट्री
रणजी खेलने से पहले धोनी स्कूल लेवल और क्लब क्रिकेट खेल चुके हैं। इसके बाद वो रणजी में सेलेक्ट हुए और फिर सेलेक्टर्स का ध्यान धोनी पर गया और फिर जो हुआ वो इतिहास है।
टीम इंडिया नंबर 1
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत पहली बार टेस्ट की नंबर वन टीम बनी। दिसंबर, 2009 के बाद 18 महीने तक धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट की नंबर वन टीम बनी रही। धोनी की कप्तानी में 28 साल के लंबे अंतराल के बाद भारत ने 2011 में वनडे क्रिकेट का वर्ल्ड कप जीतने का करिश्मा दिखाया। धोनी ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता कर नंबर 1 बनाया।
रिकॉर्ड का बादशाह
क्रिकेट में ऐसी कोई ट्रॉफ़ी नहीं हैं जिस पर महेंद्र सिंह धोनी ने कब्ज़ा न किया हो। धोनी दुनिया के इकलौते कप्तान है जिसके नाम क्रिकेट की ट्रॉफी टीम को दिलाई है। धोनी वर्ल्ड कप 2011 और चैंपियन्स ट्रॉफ़ी अपने नाम कर चुके हैं। 20 ओवरों के खेल में वो पहला वर्ल्ड टी-20, आईपीएल और चैंपियन्स लीग जीत चुके हैं। टेस्ट मैच में वो टीम इंडिया को नंबर वन का ताज दिला चुके हैं।
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मैच फिनिशर
धोनी एक मैच फिनिशर हैं। वह जब भी मैदान में जाते हैं मैच खत्म करके ही आते हैं। 2 अप्रैल 2011 की रात जब हर भारतीय की नजर टीवी पर थी और धोनी की नजर बॉल पर। कुलसेखरा ने गेंद डाली और धोनी ने मारा जीत का छ्क्का। धोनी दुनिया के सबसे बेस्ट फिनिशर में से एक हैं। धोनी का वनडे में व्यक्तिगत अधिकतम स्कोर 183 है जो किसी भी विकेटकीपर का अधिकतम स्कोर है।य
कप्तान हो तो धोनी जैसा
अनहोनी को होनी कर दें वो है धोनी। धोनी जब जब मैदान पर गये रिकॉर्ड बनाते चले गये। धोनी के नाम महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिए सबसे ज़्यादा टेस्ट मैचों में कप्तानी की है। धोनी ने भारत के लिए 60 टेस्ट मैचों में कुल 27 टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड है। भारत के लिए इतने टेस्ट मैच किसी और कप्तान ने नहीं जीते। धोनी के नाम विश्न में सबसे ज्यादा स्टंपिंग का रिकॉर्ड भी दर्ज है। धोनी वनडे के भी सबसे सफल कप्तानों में शुमार हैं।