INDvsNZ : इन 5 बड़ी गलतियों की वजह से मिली टीम इंडिया को हार, सुधार की दरकार
पहले वन डे मैच में 347 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा करने के बाद भी टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा. आइए जानते हैं टीम इंडिया की हार के मुख्य कारण.
New Delhi:
न्यूजीलैंड के शानदार बल्लेबाज रॉस टेलर की ओर से खेली गई नाबाद 109 रनों की पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने पहले एक दिवसीय मैच में भारत को चार विकेट से हराकर तीन मैचों की वनडे सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है. इस मैच में भी भारतीय कप्तान विराट कोहली टॉस हार गए और भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 347 रन का बड़ा स्कोर बनाया, जिसे न्यूजीलैंड ने 48.1 ओवर में छह विकेट खोकर हासिल कर लिया. मेजबान टीम के लिए टेलर ने 84 गेंदों पर 10 चौके और चार छक्के लगाए. उनके अलावा हेनरी निकोलस ने 78, कप्तान टॉम लॉथम ने 69 और मार्टिन पुप्टिल ने 32 रनों का योगदान दिया. भारत की ओर से कुलदीप यादव ने दो और शार्दूल ठाकुर तथा मोहम्मद शमी ने एक-एक विकेट हासिल किया. लेकिन T20 में शानदार खेल दिखाने वाली टीम इंडिया आखिर वन डे में फेल कैसे हो गई. आइए जानते हैं टीम इंडिया की हार के 5 बड़े कारण.
- इतने ज्यादा एक्ट्रा रन : टीम इंडिया की ओर से आज गेंदबाजी भी उस तरह की नहीं हो सकी, जिसके लिए टीम इंडिया जानी जाती है. हद तो यह रही कि भारत ने पूरी पारी में कुल 27 रन एक्ट्रा यानी अतिरिक्त के दे दिए. इसमें सात रन लेग बाई, एक नो बॉल, और 19 गेंदें वाइड डाल दी, इससे न्यूजीलैंड को रनों का पीछा करने में आसानी हो गई. जो टीम T20 में 160 रनों का पीछा करने के लिए तरस रही थी, उसमें वन डे में करीब साढ़े तीन सौ रन बना दिए और भारत को हार का सामना करना पड़ा.
- सलामी जोड़ी की नाकामी : भारत की ओर से आज पहली बार दो बल्लेबाजों ने अपने वन डे करियर में डेब्यू किया. पहले मयंक अग्रवाल और दूसरे पृथ्वी शॉ. दोनों को एक ही साथ, पहले ही मैच में बल्लेबाजी के लिए उतार दिया गया. दोनों वैसे तो अपने करियर में काफी रन बना चुके थे, लेकिन वन डे और बाकी क्रिकेट में रन बनाने में अंतर है. भारत का पहला विकेट पृथ्वी शॉ के रूप में 50 रन पर गिरा और उसके बाद चार रन ही और जुड़े थे कि मयंक अग्रवाल भी आउट हो गए. इसके बाद रन गति कम हो गई और टीम उतने रन नहीं बना सकी, जितने कि बनाने चाहिए थे
- खराब फील्डिंग : टीम इंडिया को दुनिया के शानदार फील्डिंग टीम के तौर जाना जाना जाता है. आज के मैच में कप्तान विराट कोहली ने एक शानदार रन आउट भी किया. ऐसा लगा कि यह विराट कोहली नहीं बल्कि दक्षिण अफ्रीका के जोंटी रोड्स हैं. लेकिन केवल एक रन आउट और एक दो खिलाड़ी के अच्छी फील्डिंग करने से कुछ नहीं होता. जब न्यूजीलैंड का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 120 रन था, तभी रविंद्र जडेजा की एक गेंद पर कुलदीप यादव ने कैच छोड़ दिया. अगर उस वक्त कैच पकड़ा जाता तो टीम इंडिया विपक्षी टीम पर दवाब बना सकती थी और उसके जीत की संभावनाएं भी ज्यादा हो जाती. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
- लचर गेंदबाजी : भारतीय बल्लेबाजों ने इतने कम रन भी नहीं बनाए थे कि न्यूजीलैंड आसानी से उसे पार कर जाता. जहां एक ओर न्यूजीलैंड ने अच्छी बल्लेबाजी की, वहीं भारतीय गेंदबाजों ने न्यूजीलैंड की जीत में पूरा सहयोग किया. भारत की ओर से कोई भी गेंदबाज ऐसा नहीं था, जिसने पांच रन प्रति ओवर के औसत से कम रन दिए हों. इसकी बानगी देखिए. जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में 53 रन, मोहम्मद शमी ने 9.1 ओवर में 63 रन, शार्दुल ठाकुर ने नौ ओवर में 80 रन, रविंद्र जडेजा ने दस ओवर में 64 रन, कुलदीप यादव ने दस ओवर में 84 रन खर्च कर दिए. ऐसे में बल्लेबाज कितने भी रन बना लें, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला.
- आखिरी ओवर पड़े भरे : जब भारत की पारी के 48 ओवर पूरे हुए थे, तब तक टीम इंडिया चार विकेट के नुकसान पर 326 रन बना चुकी थी, लेकिन उसके बाद के दो ओवर में रन ही नहीं बन सके. उस वक्त लग रहा था कि भारतीय टीम 360 रन तक पहुंच जाएगा, लेकिन आखिरी के दो ओवर में रन ही नहीं बने. 50वें ओवर में सात रन ही बने और टीम इंडिया 350 के आंकड़े को भी पार नहीं कर पाई और 347 रन ही बना सकी.