एडिलेड टेस्ट से पहले ये आंकड़े जानने बेहद जरूरी, भारत ने यहां कितने जीते हैं मैच
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आगाज एडिलेड के मैदान पर करने वाली है, जहां पिंक बॉल टेस्ट खेला जाएगा.
नई दिल्ली:
भारतीय टीम (Team India) ऑस्ट्रेलिया (Australia) के खिलाफ टेस्ट सीरीज का आगाज एडिलेड के मैदान पर करने वाली है, जहां पिंक बॉल टेस्ट खेला जाएगा. ये पहला मौका होगा जब टीम इंडिया विदेशी जमीन पर पिंक बॉल टेस्ट खेल रही है. टीम इंडिया का एडिलेड से रिश्ता काफी पुराना है. साल 1948 में पहला टेस्ट खेला गया जबकि साल 2018 में आखिरी बार एडिलेड में भारतीय टीम ने टेस्ट मैच खेला. पहले टेस्ट का काउंटडाउन शुरू हो गया है लेकिन उससे पहले इस मैदान पर भारत के आंकड़े आपको जानने चाहिए.
एडिलेड में भारत का रिकॉर्ड कैसा है?
ऑस्ट्रेलिया के मैदान एडिलेड में टीम इंडिया ने कुल 12 मैच खेले हैं और सिर्फ दो बार जीत का स्वाद चख पाई है. सात मैच में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है जबकि तीन मैच ड्रॉ रहे हैं. इस मैदान पर टीम इंडिया के लिए लाला अमरनाथ, बिशन सिंह बेदी, चंदू बोर्डे, सुनील गावस्कर, कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, अनिल कुंबले, वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली कप्तानी कर चुके हैं. विराट कोहली ने यहां सबसे ज्यादा मैच यानी 2 मुकाबलों में कप्तानी की है.
सौरव गांगुली की कप्तानी में मिली पहली बार एडिलेड में जीत
सबसे पहली जीत टीम इंडिया को एडिलेड के मैदान पर सौरव गांगुली की कप्तानी में साल 2004 की सीरीज में मिली थी. इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 556 रन बनाए थे. जिसके जवाब में टीम इंडिया ने राहुल द्रविड़ के 233 और वीवीएस लक्ष्मण के 148 रनों की पारी की मदद से 523 रन बनाए थे. दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया 196 रन बना सकी और भारत टीम ने 230 रनों को लक्ष्य को 6 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया था.
विराट कोहली की कप्तानी में एडिलेड में दूसरी जीत मिली
दूसरी जीत टीम इंडिया को 14 साल बाद विराट कोहली की कप्तानी में नसीब हुई. साल 2018 की सीरीज में आजाग एडिलेड से हुआ और भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पारी में 250 रन बनाए, जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 235 पर ढेर हुई. दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 307 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया को 323 का टारगेट दिया. कंगारु टीम 10 विकेट के नुकसान पर 291 रन बना पाई.
आकंड़े एडिलेड के भारत के लिए सही नहीं है लेकिन विराट कोहली की बात की जाए तो साल 2014 में विराट कोहली ने दोनों पारियों में शतक लगाया था लेकिन जीत नहीं दिला पाए थे. अब देखना होगा कि पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए टीम इंडिया इन नंबर को कैसे बदलती है.