कोहली ने फेयरनेस क्रीम और पेप्सी का विज्ञापन करने से किया इनकार, कहा नस्लवाद को बढ़ावा नहीं दे सकता
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने रंग गोरा करने वाले एक क्रीम और कोल्ड ड्रिंग पेप्सी का विज्ञापन करने से इनकार कर दिया है।
highlights
- कोहली ने पेप्सी और फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करने से किया इनकार
- कप्तान कोहली ने कहा नस्लवाद को बढ़ावा देने वाला ऐड नहीं कर सकता
नई दिल्ली:
मैदान पर अपने प्रदर्शन की बदौलत विरोधियों के छक्के छुड़ाने वाले विरोट कोहली ने अपने एक फैसले से कई सेलिब्रिटियों को एक नई सीख दे दी है।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने रंग गोरा करने वाले एक क्रीम और कोल्ड ड्रिंग पेप्सी का विज्ञापन करने से इनकार कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक फेयरनेस क्रीम को लेकर कोहली ने कहा है कि इस तरह के विज्ञापन से नस्लवाद को बढ़ावा मिलता है इसलिए वो ऐसा विज्ञापन नहीं कर सकते।
जबकि कोल्ड ड्रिंग पेप्पी के विज्ञापन में काम करने से उन्होंने ये कहकर मना कर दिया कि जिस चीज का इस्तेमाल वो खुद नहीं करते उसका इस्तेमाल करने के लिए दूसरों को भी नहीं कह सकते। वहीं दूसरा कारण ये बताया जा रहा है कि जंक फूड के नुकसान को देखते हुए कोहली ने पेप्सी के विज्ञापन को इस बार ना कर दिया है। कोहली अपने फिटनेस को लेकर खुद जंक फूड खाने से बचते हैं।
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गौरतलब है कि विराट कोहली साल 2011 से पेप्पी के लिए प्रचार कर रहे थे। लेकिन अब विराट कोहली अपने सामाजिक दायित्वों और सरोकार को देखते हुए ऐसे विज्ञापन करने से बच रहे हैं।
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