70 वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर बोले राष्ट्रपति कोविंद, भारतीय लोकतंत्र पूरी दुनिया के लिए अब एक मिसाल है
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 70वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार यानी आज राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. यह संबोधन आकाशवाणी के सभी राष्ट्रीय नेटवर्कों तथा दूरदर्शन के सभी चैनलों पर शाम सात बजे से प्रसारित हुआ. राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर बोले.
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 70वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार यानी आज राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं. यह संबोधन आकाशवाणी के सभी राष्ट्रीय नेटवर्कों तथा दूरदर्शन के सभी चैनलों पर शाम सात बजे से प्रसारित हुआ. राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर बोले.
आज देश में खाद्यान्न का प्रचुर मात्रा में उत्पादन हो रहा है। रसोई गैस आसानी से मिल रही है। फोन कनेक्शन लेना हो या पासपोर्ट बनवाना हो; बैंक में खाता खुलवाना हो या दस्तावेजों को प्रमाणित करना हो; इन सभी क्षेत्रों में सुधार और बदलाव दिखाई दे रहे हैं: राष्ट्रपति कोविन्द
आज देश में खाद्यान्न का प्रचुर मात्रा में उत्पादन हो रहा है। रसोई गैस आसानी से मिल रही है। फोन कनेक्शन लेना हो या पासपोर्ट बनवाना हो; बैंक में खाता खुलवाना हो या दस्तावेजों को प्रमाणित करना हो; इन सभी क्षेत्रों में सुधार और बदलाव दिखाई दे रहे हैं: राष्ट्रपति कोविन्द
आज यह देखकर प्रसन्नता होती है कि नवीनतम टेक्नॉलॉजी को तेजी से अपनाते हुए हमारे किसान अधिक समर्थ और हमारे जवान अधिक सशक्त हो रहे हैं। आज दुनिया की निगाहें, हमारे युवा उद्यमियों और हमारी अर्थ-व्यवस्था पर टिकी हुई हैं: राष्ट्रपति कोविन्द
बन्दरगाहों, अंतर्देशीय जलमार्गों, बेहतर रेल सेवाओं, आधुनिक मेट्रो सुविधाओं, राष्ट्रीय राजमार्गों, गाँव की सड़कों और देश के अंदरूनी इलाकों में किफ़ायती हवाई यात्रा की सुविधाओं से कनेक्टिविटी बेहतर हो रही है: राष्ट्रपति कोविन्द
देश के कोने-कोने में मोबाइल फोन तथा इन्टरनेट की सुविधा होने से, डिजिटल कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव आया है: राष्ट्रपति कोविन्द
हम सबको यह याद रखना है कि यह समय हमारे देशवासियों की आकांक्षाओं को पूरा करने और विकसित भारत के निर्माण की यात्रा में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है: राष्ट्रपति कोविन्द
एक गणराज्य के रूप में भारत के स्थापित होने के साथ ही, स्वतंत्र एवं निष्पक्ष निर्वाचन-आयोग की स्थापना, हमारे संविधान निर्माताओं की दूरदर्शिता और लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था को दर्शाता है: राष्ट्रपति कोविन्द
आज भारतीय लोकतन्त्र पूरे विश्व के सामने एक मिसाल है. विश्व का सबसे बड़ा लोकतन्त्र होने के साथ-साथ यह दुनिया का सबसे अधिक विविधता-पूर्ण लोकतन्त्र भी है. हमारे लोकतन्त्र की सफलता में हमारी चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी स्टेक-होल्डर्स का योगदान सराहनीय है: राष्ट्रपति कोविन्द
भौगोलिक विविधता से सम्पन्न हमारे विशाल देश में सफलतापूर्वक चुनाव कराने में आधुनिक टेक्नॉलॉजी और पद्धतियों के उपयोग से बहुत सहायता मिलती है: राष्ट्रपति कोविन्द
पूरे विश्व में भारत के लोकतन्त्र और निर्वाचन-प्रणाली का विशेष सम्मान है. कई देशों के चुनाव-संस्थानों ने हमारी निर्वाचन प्रक्रिया और प्रबंधन का अध्ययन किया है. अनेक देशों के निर्वाचन-प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को भारत के निर्वाचन-आयोग ने प्रशिक्षण दिया है: राष्ट्रपति कोविन्द
सत्तरवें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर, आप सभी को, मेरी हार्दिक शुभकामनाएं! यह दिवस, लोकतंत्र पर आधारित हमारे गणराज्य के उच्च आदर्शों को याद करने का अवसर है: राष्ट्रपति कोविन्द