Gujarat Election: दूसरे राज्यों के नेता सीख रहे गुजराती, जानें हिंदी शब्दों को Gujarati में कैसे बोलना है
Gujarat Election : गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए दूसरे राज्यों के नेता गुजराती सीख रहे हैं.
गांधीनगर:
Gujarat Election : गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election 2022) के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए दूसरे राज्यों के नेता गुजराती सीख रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने नेताओं को चुनाव और राजनीति से संबंधित गुजराती शब्द सिखाने के लिए पाठशाला लगा रही है, ताकि अपने भाषण में गुजराती शब्दों का इस्तेमाल कर सके और वहां के लोग नेताओं के भाषण को आसानी से समझ सके.
गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने के लिए भाजपा हर तरह के फार्मूले और रणनीति को अपना रही है. अब बीजेपी अपने उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को गुजराती शब्द सिखाने में जुटी, जो दूसरे राज्यों से गुजरात बुलाए गए हैं. चुनाव प्रचार के दरमियान बीजेपी की रिसर्च टीम ने पार्टी को एक रिपोर्ट दी और बताया है कि हिंदी में दिए जाने वाले भाषण को लोग पूरी तरह नहीं समझ पाते और यहां तक की अखबारों में भी गलत खबर छप जा रही है. लिहाजा, इस समस्या से निपटने के लिए बीजेपी ने अब अपने नेताओं को गुजराती शब्द सिखाने शुरू कर दिए हैं.
पार्टी सूत्रों की माने तो चुनाव और राजनीति से जुड़े हुए लगभग 150 से ज्यादा शब्दों की शब्दावली तैयार की गई है, जिसे नेताओं को बताया और समझाया जा रहा है और उन्हें याद कराया जा रहा है. उन्हें यह ताकीद की जा रही है कि भले ही वह भाषण हिंदी में दें, लेकिन चुनाव से जुड़े हुए गुजराती शब्दों का ही प्रयोग करें.
हिंदी के ये शब्द गुजराती में ऐसे बोले जाते हैं
हिंदी गुजराती
चुनाव चुटनी
प्रत्याशी उम्मेदवार
घोषणा पत्र चुटनी ढढेरों
विधानसभा धारा सभा
विधायक धारा सभ्य
सांसद सांसद सभ्य
आम सभा जाहेर सभा
मुख्यमंत्री मुख्य प्रधान
प्रधानमंत्री बड़ा प्रधान
बड़े बुजुर्ग बापू
किसान खेडुत
इसी तरह की शब्दावली पार्टी की तरफ से तैयार की गई है, जो प्रचार में जुटे हुए नेताओं को दी जा रही है. यही नहीं गुजराती कार्यकर्ता चुनावी पाठशाला में सिखाते हैं कि किस शब्द को कैसे बोलना है. साथ ही नेताओं को इस बात की भी ट्रेनिंग दी जा रही है कि जब भाषण की शुरुआत करें तो संबोधन गुजराती में करें.