वैज्ञानिकों का दावा, धरती के काफी नजदीक है ये ब्लैक होल, बिना दूरबीन के भी देख सकते हैं नजारा
अंतरिक्ष में, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु, ब्लैक होल और यूएफओ सहित हजारों खगोलीय चीजें पड़ी हैं जिनके बारे में हमें अभी तक बहुत कुछ नहीं पता है
नई दिल्ली:
अंतरिक्ष में, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु, ब्लैक होल और यूएफओ सहित हजारों खगोलीय चीजें पड़ी हैं जिनके बारे में हमें अभी तक बहुत कुछ नहीं पता है. यहां यह उल्लेखनीय है कि इन खगोलीय पिंडों के प्रभाव से पृथ्वी और पूरी आकाशगंगा को नुकसान पहुंच सकता है. अगर ब्लैक होल के बारे में बात की जाए तो करते हुए, यह अंतरिक्ष-समय का एक क्षेत्र है जिसमें गुरुत्वाकर्षण त्वरण इतना मजबूत होता है कि इससे कोई भी चीज यहां तक की प्रकाश और चुम्बकीय विकिरण भी नहीं बच पाते.
इसी बीच एस्ट्रोनोमर्स ने पृथ्वी के सबसे नजदीकी ब्लैक होल का पता लगा लिया है. बताया जा रहा है कि ये ब्लैक होल धरती के काफी नजदीक है. यूरोपियन सदर्न ऑब्जर्वेटरी के खगोलविद थॉमस रिविनिउस ने कहा कि यह ब्लैक होल धरती से करीब एक हजार प्रकाश वर्ष दूर है और इसके नृत्य करते दो तारों को बिना दूरबीन के भी देखा जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक एक प्रकाश वर्ष की दूरी साढ़े नौ हजार अरब किलोमीटर दूरी के बराबर होती है. बता दें, इससे पहले मिला धरती का नजदीकी ब्लैक होल 3,200 वर्ष दूर है. ऐसे में हार्वर्ड ब्लैक होल इनीशिएटिव के निदेशक एवी लोएब ने कहा कि ऐसा ब्लैक होल होने की भी संभावना है जो इस ब्लैक होल की तुलना में धरती के ज्यादा करीब हो. Black Hole की ग्रेविटी या अपने ओर (गुरुत्वाकर्षण) खींचने की शक्ति इतनी होती है कि इसके पास से गुजरने वाली हर चीज, चाहे वो बड़े पिण्ड ही क्यों ने हो या प्रकाश ही क्यों न हो इसकी ओर खिचने और इसमें लुप्त हो जाने से नहीं बच पाते हैं