.

बालाकोट जैसी स्‍ट्राइक करने के लिए भारत की बढ़ी ताकत, RISAT 2B सफलतापूर्वक लांच

'पीएसएलवी-सी46' आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में रॉकेट को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लॉन्च पैड से बुधवार सुबह 5.30 बजे लांच किया गया है.

News Nation Bureau
| Edited By :
22 May 2019, 12:18:03 PM (IST)

highlights

  • 'पीएसएलवी-सी46' अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक लांच
  • रॉकेट के साथ 615 किलोग्राम का 'RISAT-2B' गया है
  • मौसम और दुश्मनों पर रखेगा निगरानी

नई दिल्ली:

भारत दिनोंदिन अंतरिक्ष में अपने सफलता के झंडे लगातार गाड़ता जा रहा है बुधवार की सुबह भारतीय अनुसंधान संगठन (ISRO) ने PSLVC46 सफलतापूर्वक RISAT2B को लो अर्थ ऑर्बिट में लांच कर दिया है. इसरो ने श्रीहरिकोटा सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवीसी 46 सफलता पूर्क लांच कर दिया है. भारत के पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (PSLV) की मंगलवार को सुबह 4.30 बजे शुरू हो गई थी रडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट (RRESAT-2B)  PSLV के साथ प्रक्षेपित हुआ है.


भारत के खुफिया तंत्र को मिलेगी मजबूती
इसरो के अनुसार, 'पीएसएलवी-सी46' आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में रॉकेट को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले लांच पैड से बुधवार सुबह 5.30 बजे लांच किया गया है. इसको लेकर सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. रॉकेट अपने साथ 615 किलोग्राम का 'RISAT-2B' गया है जो कि आसमान से भारत की खुफिया क्षमताओं को और मजबूत करेगा साथ ही देश की दैवीय आपदाओं पर भी नगरानी रखेगा.

Indian Space Research Organisation (ISRO) launches PSLVC46 from Satish Dhawan Space Centre, Sriharikota. PSLVC46 will launch the RISAT-2B radar earth observation satellite into a 555 km-altitude orbit. pic.twitter.com/iY2paDVjls

— ANI (@ANI) May 22, 2019

यह भी पढ़ें-Lok sabha Election Results Live: आज वरिष्‍ठ कांग्रेस नेताओं से मिलेंगे राहुल और सोनिया गांधी

आप को बता दें कि भारत की एक अन्य 'RIST-2BR' नाम के रडार इमेज सैटेलाइट को भी इसी साल लांच करने की तैयारी है इसका इस्तेमाल फॉरेन साइंस और डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए किया जाएगा. लांचिग के करीब 15 मिनट के बाद रॉकेट 'आरआईएसएटी-2बी' को यहां से लगभग 555 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित किया. इसरो के मुताबिक, 'आरआईएसएटी-2बी' का उपयोग कृषि, वन विज्ञान और आपदा प्रबंधन में किया जाएगा. पीएसएलवी-सी 46 का यह 48वां अंतरिक्ष अभियान होगा. गौरतलब है कि जल्द ही इसरो बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट चंद्रयान 2 को भी लांच करने वाला है जिसके तहत चंद्रमा पर एक रोबर उतारने की योजना है.

यह भी पढ़ें-BJP MLA भीमा मांडवी की हत्या की जांच की कमान अब NIA को, नक्सलियों ने की थी हत्या

RISAT-2B पृथ्वी के रडार का उपयोग करके पृथ्वी पर मौसम के हालात की निगरानी करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैटेलाइट की सीरीज में दूसरा सैटेलाइट है. एक बार शुरू हो जाने के बाद, ये सैटेलाइट सभी मौसम की स्थिति की निगरानी करने में सक्षम होगा. बता दें कि RISAT-2 इस सीरीज का पहला सैटेलाइट था, जिसे निगरानी के उद्देश्य से लांच किया गया था. RISAT-1 को बाद में लांच किया गया, जो भारत का पहला ऑल-वेदर रडार इमेजिंग सैटेलाइट था.