इलेक्ट्रिक रेट्रो फिटमेंट से सड़कों पर दौड़ेंगे 10 साल पुराने डीजल वाहन, रेट्रो फिटमेंट सर्विस होगी फेसलेस
इलेक्ट्रिक रेट्रो फिटमेंट से सड़कों पर दौड़ेंगे 10 साल पुराने डीजल वाहन, रेट्रो फिटमेंट सर्विस होगी फेसलेस
नई दिल्ली:
दिल्ली में लोग 10 साल से पुराने डीजल वाहनों को भी इलेक्ट्रिक मोड में बदलने के बाद सड़कों पर चलाने में सक्षम होंगे। ऐसे वाहनों पहले एनजीटी के आदेशों का हवाला देते हुए प्रतिबंधित किया गया था। दिल्ली में जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) रेट्रो फिटमेंट सेवाओं को पूरी तरह से फेसलेस बनाया जा सकता है। इसके साथ ही दिल्ली इस सर्विस को फेसलेस मोड में लाने वाला देश का पहला शहर बन जाएगा। इससे बड़ी संख्या में उन डीजल वाहन उपयोगकर्ताओं को लाभ होगा जो अपने वाहनों को इलेक्ट्रिक मोड में बदलना चाहते हैं।
जल्द ही नई व्यवस्था के तहत इलेक्ट्रिक मोड में परिवर्तन के लिए एक ऑनलाइन आवेदन भरना होगा। इसके बाद आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर आवश्यक शुल्क का भुगतान करना होगा। आवेदन स्वीकृत हो जाने पर, आपके घर पर ईवी किट समर्थित नई आरसी डिलीवर कर दी जाएगी।
जून 2022 में दिल्ली सरकार पेट्रोल और डीजल वाहन मालिकों को रेट्रोफिटमेंट के माध्यम से अपने वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की अनुमति देने का आदेश लेकर आई थी। ग्राहकों और एजेंसियों दोनों को इस सेवा से सम्बंधित एक प्लेटफार्म प्रदान करने के लिए पोर्टल लॉन्च किया गया है।
इस फेसलेस सर्विस पर जानकारी देते हुए दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, दिल्ली वाहनों के लिए ईवी रेट्रोफिटमेंट के लिए फेसलेस सेवा शुरू करने वाला पहला राज्य होगा। दिल्लीवासी जल्द ही अपने वाहनों को अपने घरों में आराम से इलेक्ट्रिक वाहनों में परिवर्तित करवा सकते हैं। दिल्ली को ईवी कैपिटल बनाने के लिए हम लगातार नए हस्तक्षेप और पहल कर रहे हैं जो इलेक्ट्रिक वाहनों को तेजी से अपनाने में मदद करेगा।
डीजल वाहनों में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) किट के रेट्रोफिटमेंट के लिए मॉड्यूल को वाहन पोर्टल में ऑनलाइन किया गया है ताकि दिल्ली के नागरिक अपने पुराने डीजल वाहनों को रेट्रो फिटमेंट सेंटर के माध्यम से ईवी में बदल सकें। इसके लिए वाहन मालिक अपनी डीजल कार में ईवी किट की स्थापना के लिए दिल्ली सरकार द्वारा अधिकृत रेट्रो फिटमेंट सेंटर (आरएफसी) पर जाएं। आरएफसी डीजल कार में स्थापित ईवी किट की जानकारी वाहन पोर्टल पर अपलोड करेगा, इसे संबंधित क्षेत्र के क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) के अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाएगा।
वर्तमान में, नागरिक को आरटीओ कार्यालय में एक बार निरीक्षण के लिए वाहन ले जाना होगा। वाहन के सत्यापन के बाद, उसका विवरण अधिकारी द्वारा वाहन पोर्टल फॉर अल्टरेशन (ईवी किट एंडोर्समेंट) में अपडेट किया जाएगा। यह सेवा जल्द ही पूरी तरह से फेसलेस हो जाएगी, जिसके बाद उपयोगकर्ता को आरटीओ नहीं जाना पड़ेगा। रेट्रो फिटमेंट सेंटर द्वारा इस प्रक्रिया का ध्यान रखा जायेगा।
फेसलेस सेवाओं को 19 फरवरी 2021 को ट्रायल के तौर पर शुरू किया गया था और 11 अगस्त 2021 को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा आधिकारिक तौर पर इसे लॉन्च किया गया था। इसके बाद से दिल्लीवासी परिवहन विभाग के कार्यालयों में आए बिना अपने घरों में आराम से सभी परिवहन सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। दिल्ली सरकार ने अब तक परिवहन विभाग के तहत आने वाली 47 सेवाओं को फेसलेस किया है। फरवरी 2021 में परीक्षण शुरू होने के बाद से 21 लाख से अधिक दिल्लीवासियों ने फेसलेस सेवाओं के तहत परिवहन विभाग की सेवाओं का लाभ उठाया है।
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