.

सुख और ऐश्वर्य पाना चाहते हैं तो ऐसे करे मां लक्ष्मी की पूजा, जानें उपाय

वह चंद्रमा की सहायिका हैं और सोमावती मानी जाती हैं. लक्ष्मी को चंदन, कुंकुम, वस्त्र, हीरे, और ज़ेवर के साथ पूजा जाता है, और उन्हें स्वर्ण, चाँदी, और पुष्प भी अर्पित किया जाता है.

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Feb 2024, 12:24:30 PM (IST)

नई दिल्ली:

Mata Lakshmi Puja: देवी लक्ष्मी, हिन्दू धर्म की प्रमुख देवियों में से एक हैं. वह धन, समृद्धि, सौभाग्य, सम्पत्ति, और धर्म की देवी मानी जाती हैं. लक्ष्मी का नाम संस्कृत शब्द "लक्ष्य" से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है "लक्ष्य" या "लक्ष्य". वह आदिशक्ति का एक स्वरूप हैं और विष्णु की पत्नी हैं. वह चंद्रमा की सहायिका हैं और सोमावती मानी जाती हैं. लक्ष्मी को चंदन, कुंकुम, वस्त्र, हीरे, और ज़ेवर के साथ पूजा जाता है, और उन्हें स्वर्ण, चाँदी, और पुष्प भी अर्पित किया जाता है. देवी लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व है और वह धन और समृद्धि की देवी मानी जाती हैं.

वह समृद्धि, सौभाग्य, और श्रेष्ठता की देवी हैं और उन्हें प्रसन्न करने के लिए उन्हें नियमित रूप से पूजा जाता है. लक्ष्मी पूजन का विशेष अवसर है दीपावली, जो हिन्दू धर्म का प्रमुख त्योहार है. देवी लक्ष्मी को उनकी अनुग्रह के लिए प्रार्थना की जाती है, ताकि वह अपने भक्तों को सदैव धन, समृद्धि, और सौभाग्य प्रदान कर सकें. उन्हें प्रसन्न करने के लिए भक्तों को सदैव सच्चे मन से पूजना चाहिए और उनके उपासना करना चाहिए.

माता लक्ष्मी की पूजा विधि 

शुभ मुहूर्त का चयन: सबसे पहले, आपको माता लक्ष्मी की पूजा करने के लिए एक शुभ मुहूर्त का चयन करना होगा.

स्नान और शुद्धिकरण: पूजा से पहले, आपको स्नान करके और शरीर की शुद्धि करके अपने शरीर को शुद्ध करना होगा.

पूजा स्थल की सजावट: पूजा स्थल को सजाने के लिए आप पूजा मंदिर या एक शुभ स्थान का चयन कर सकते हैं.

मां लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र का स्थानांतरण: मां लक्ष्मी की मूर्ति या उनका चित्र पूजा स्थल पर स्थापित करें.

ध्यान और मन्त्र जाप: लक्ष्मी माता को समर्पित होकर ध्यान करें और मन्त्रों का जाप करें, जैसे कि "ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा."

अर्चना: पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, चन्दन आदि सामग्री से माता लक्ष्मी को अर्चना करें.

आरती: अन्त में, लक्ष्मी माता को आरती गाकर पूजा का समापन करें.

व्रत और सेवा: माता लक्ष्मी की पूजा के बाद, उन्हें प्रसन्न करने के लिए आप उनके व्रत और सेवा कर सकते हैं, जैसे कि कुछ विशेष प्राणी को खाना खिलाना या गरीबों की सेवा करना.

ये कुछ मुख्य कदम हैं जो आपको माता लक्ष्मी की पूजा करने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा, आप अपने प्रिय दिव्य किताबों या गुरुओं से पूर्ण विवरण और मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं.

सुख और ऐश्वर्य पाने के उपाय

लक्ष्मी मंत्र का जाप: माता लक्ष्मी के शक्तिशाली मंत्रों का नियमित जाप करने से आप सुख, संपत्ति और समृद्धि की कुंजी प्राप्त कर सकते हैं.

दीपावली पूजा: दीपावली के अवसर पर माता लक्ष्मी की पूजा करने से आपको ऐश्वर्य की वरदान मिल सकती है.

दान करें: लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए धन या औदार्य के रूप में दान करें.

मां लक्ष्मी के मंदिर में जाएं: नियमित रूप से माता लक्ष्मी के मंदिर में जाकर पूजा करें और उन्हें प्रसन्न करें.

कुंकुम का उपयोग करें: माता लक्ष्मी की पूजा में कुंकुम का उपयोग करें, जो उन्हें प्रसन्न करने के लिए उत्तम माना जाता है.

सोना और सुराज का दान करें: लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सोना और सुराज का दान करें.

कुछ महालक्ष्मी मंत्रों का पाठ करें: लक्ष्मी के प्रसन्न करने के लिए कुछ्र महालक्ष्मी मंत्रों का नियमित पाठ करें.

सुबह की आराधना: सुबह उठकर माता लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें अपने घर में स्थान दें.

मां लक्ष्मी की कृपा का उपाय:  माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अपने कर्मों को नेक और ईमानदारी से करें.

अन्य देवी-देवताओं की पूजा: लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए अन्य देवी-देवताओं की पूजा भी करें, जैसे कि गणेश, सरस्वती, और शिव.

इन उपायों का अनुसरण करके आप सुख और ऐश्वर्य को प्राप्त कर सकते हैं, और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं.