धनतेरस 2017: इस विधि-मंत्र से करें धन्वंतरि की पूजा, 13 गुना बढ़ेगा धन
इस दिन खरीददारी करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है।
नई दिल्ली:
दिवाली से पहले धनतेरस पर पूजा का खास महत्व होता है। धन और आरोग्य के लिए भगवान धन्वंतरि और कुबेर की पूजा की जाती है। धनतेरस के लिए बाजार हफ्ते भर पहले से ही तैयार हो जाते हैं। इस दिन खरीदारी करने का विशेष महत्व होता है, क्योंकि इस मां लक्ष्मी की आराधना करने से धन में तेरह गुना की वृद्धि होती है।
मान्यता है कि इसी दिन भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था, जो कि समुद्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे। इसी कारण से भगवान धन्वंतरि को 'औषधी का जनक' भी कहा जाता है।
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इस दिन खरीददारी करने से घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। इसीलिए दुकानदार हर तरह से ग्राहकों को लुभाने की कोशिश में जुटे रहते हैं। कहा जाता है कि धनतेरस का त्योहार अपने धन को तेरह गुना बनाने का दिन है। लिहाजा इस रोज लोग सोने-चांदी की खरीद को ज्यादा तरजीह देते हैं।
खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त
मार्केट में इस वक्त कहीं गहनों की चमक है, तो कहीं बर्तनों की बहार है, कहीं रंग-बिरंगे दीये जगमगा रहे हैं तो कहीं गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियों से सजे हैं बाजार। दिल्ली से लेकर मुंबई और भोपाल से लेकर लखनऊ तक हर शहर हर जगह की रौनक देखते ही बनती है। खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 19 मिनट से लेकर 8 बजकर 17 मिनट तक है।
ऐसे करें धनतेरस की पूजा
मिट्टी का हाथी और धन्वंतरि जी की प्रतिमा या फोटो को स्थापित करें। जल का आचमन करें और फिर गणेश भगवान का ध्यान और पूजन करें। फिर हाथ में अक्षत लेकर भगवान धन्वंतरि का ध्यान करें।
इस मंत्र का करें जाप
देवान कृशान सुरसंघनि पीडितांगान, दृष्ट्वा दयालुर मृतं विपरीतु कामः
पायोधि मंथन विधौ प्रकटौ भवधो, धन्वन्तरि: स भगवानवतात सदा नः
ॐ धन्वन्तरि देवाय नमः ध्यानार्थे अक्षत पुष्पाणि समर्पयामि...
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