.

Chanakya Niti: भूलकर भी किसी को नहीं बताएं ये बातें, वरना बाद में पड़ेगा पछताना

आचार्य चाणक्य की नीति बहुत कठोर मानी जाती है लेकिन वो हमेशा जीवन की सच्चाई लिखा करते थे. चाणक्य नीति व्यक्ति को सफल बनाने में भी बहुत मददगार होती है. हर व्यक्ति को इन नीतियों को अपने जीवन में लागू करना चाहिए.

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Apr 2021, 09:38:13 AM (IST)

नई दिल्ली:

आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) की नीति बहुत कठोर मानी जाती है लेकिन वो हमेशा जीवन की सच्चाई लिखा करते थे. चाणक्य नीति व्यक्ति को सफल बनाने में भी बहुत मददगार होती है. हर व्यक्ति को इन नीतियों को अपने जीवन में लागू करना चाहिए. चाणक्य की नीतियां जीवन के रास्ते में बहुत मददगार साबित होती है. हालांकि इन द्वारा लिखे गए कई विचारों का कई लोग विरोध भी करते हैं. लेकिन आचार्य चाणक्य ही थे जिन्होंने चन्द्रगुप्त मौर्य को राजा बनाकर सिंहासन पर विराजित करवाया था. आचार्य चाणक्य एक महान राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ थे. यहीं वजह है कि चाणक्य की नीतियों को लोग अपनाकर अपने जीवन को आसान और सफल बनाते हैं.

और पढ़ें: Chanakya Niti: इन लोगों पर कभी नहीं करें भरोसा, मुसीबत में फंस सकता है जीवन

चाणक्य ने कहा है कि  मनुष्य को अपनी कुछ बातें कभी किसी को नहीं बताना चाहिए. कई बार बहुत से लोग ऐसे होते हैं कि जो आपकी निजी बातों को दुनियाभर में बताते फिरते हैं. इसके साथ ही वो आपके पीठ पीछे आपका मजाक भी बना सकते हैं.  ऐसे में आपको उनसे सहानुभूति न मिलने पर और अधिक दुख होगा. चाणक्य कहते हैं कि आपको अपनी निजी बातों को गुप्त ही रखना चाहिए.

अर्थनाश मनस्तापं गृहिण्याश्चरितानि च।

नीचं वाक्यं चापमानं मतिमान्न प्रकाशयेत॥

1. चाणक्य ने अपने इस श्लोक में कहा कि हर मनुष्य के जीवन में कई बार धन की हानि होती है. आचार्य के अनुसार, जिस व्यक्ति के पैसों का नुकसान हुआ हो, उसे इस बारे में किसी को भी नहीं बताना चाहिए. वो ऐसा इसलिए कहता हैं क्योंकि उनका मानना है कि नुकसान की बात सुनकर कोई मदद करने तो नहीं आएगा बल्कि आपसे दूरी बना लेगा.

2. आचार्य चाणक्य ने ये भी कहा है कि अपना दुख हर किसी को नहीं बताना चाहिए. अपना दुख हमेशा अपने तक ही सीमित रखना चाहिए. किसी भी व्यक्ति को दूसरे की परेशानियों से कोई मतलब नहीं होता है. आपके सामने वो भला संवेदना दिखाए लेकिन पीठ पीछे वो आपके दुख का मजाक बनाएंगे.

3. चाणक्य के नीति के मुताबिक, जीवनसाथी से हुई बहस, कोई विवाद या झगड़े के बारे में अगर आप किसी और के सामने जिक्र करेंगे तो उससे आपको केवल नुकसान होगा. इससे लोग न सिर्फ उस व्यक्ति की पत्नी का मजाक उड़ाएंगे बल्कि दांपत्य जीवन सुखी होने के बाद भी इस बात का ताना देंगे.