पहली बार मोदी सरकार को अविश्वास प्रस्ताव का करना पड़ सकता है सामना, TDP-YSR कांग्रेस ने दिया नोटिस
सोमवार को मोदी सरकार को लोकसभा में इन चार सालों के शासन के दौरान पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करन पड़ सकता है।
नई दिल्ली:
सोमवार को मोदी सरकार को लोकसभा में अपने कार्यकाल के दौरान पहली बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ सकता है।
अविश्वास प्रस्ताव के लिए तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) और वाईएसआर कांग्रेस ने नोटिस दिया है। वाईएसआर कांग्रेस की तरफ से वाई वी सुब्बा रेड्डी और टीडीपी ने ये नोटिस दिया है।
बीते सप्ताह भी अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया गया था लेकिन सदन में सामान्य तौर पर कार्यवाही नहीं चलने की वजह से यह गिर गया था। गौरतलब है कि संसद में तभी अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है जब सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल रही हो और उस प्रस्ताव को कम से कम 50 सांसदों का समर्थन प्राप्त हो।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा था कि सांसदों के वेल में आकर हंगामा करने की वजह से लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी।
बीते सप्ताह सदन की कार्यवाही में आम तौर पर सरकार का साथ देने वाली तेलंगाना राष्ट्र समिति और एआईएडीएमके नेताओं ने किसी मुद्दे को लेकर सदन में हंगामा शुरू कर दिया था। सोमवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने के बाद संसद में सामान्य कार्यवाही के चलने की कम ही उम्मीद है।
गौरतलब है कि बजट सत्र के पहले दो हफ्ते हंगामे की भेंट चढ़ गई और इस दौरान सरकार कई अहम बिल बिना चर्चा के ही पास कराने में सफल रही थी।
आंध प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने के फैसले के बाद इन चार सालों के शासन के दौरान वाईएसआर कांग्रेस पहली ऐसी पार्टी है जिसने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया है।
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वाईएसआर कांग्रेस के बाद लंबे समय तक एनडीए सरकार की सहयोगी रही टीडीपी ने भी अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। आंध्र प्रदेश में टीडीपी का मुख्य मुकाबला वाईएसआर कांग्रेस से ही है।
इस साल के बजट में आंध्र प्रदेश को पर्याप्त धन नहीं मिलने और विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने की वजह से ही टीडीपी ने एनडीए से गठबंधन तोड़ लिया था।
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