वाटरशेड मोमेंट फॉर इंडिया : देश की पहली जनजातीय राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू का शपथ
मोदी ने कहा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में आशा और करुणा का संदेश दिया.
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को द्रौपदी मुर्मू के भारत के नए राष्ट्रपति के रूप में पदभार ग्रहण करने को देश के लिए विशेष रूप से गरीबों, हाशिए पर और दलितों के लिए "वाटरशेड क्षण" के रूप में वर्णित किया. मोदी ने कहा, पूरे देश ने उन्हें गर्व के साथ देखा, फलदायी कार्यकाल के लिए उन्हें शुभकामनाएं. भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना ने उन्हें भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई. मुर्मू भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति बन गयीं हैं. शपथ लेने के तुरंत बाद, उन्होंने कहा कि शीर्ष संवैधानिक पद पर उनका चुनाव साबित करता है कि गरीब न केवल भारत में सपने देख सकते हैं बल्कि उसे पूरा भी कर सकते हैं.
मोदी ने कहा, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी ने शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में आशा और करुणा का संदेश दिया. उन्होंने भारत की उपलब्धियों पर जोर दिया और ऐसे समय में आगे के रास्ते की भविष्य दृष्टि प्रस्तुत की जब भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है."
उन्होंने आगे कहा, "पूरे देश ने श्रीमती द्रोपदी मुर्मू के रूप में गर्व के साथ देखा. द्रौपदी मुर्मू जी ने भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली. उनका राष्ट्रपति पद ग्रहण करना भारत के लिए विशेष रूप से गरीबों, हाशिए पर पड़े और दलितों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है. मैं उन्हें एक उपयोगी राष्ट्रपति कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं देता हूं."