कुसुम योजना से लाभान्वित होंगे उत्तर प्रदेश के किसान
कुसुम योजना से लाभान्वित होंगे उत्तर प्रदेश के किसान
लखनऊ:
कुसुम योजना से अब उत्तर प्रदेश के किसानों को फायदा होगा।
इस योजना के तहत किसान ना केवल सौर ऊर्जा से चलने वाले नलकूपों से अपने खेतों की सिंचाई करेंगे, बल्कि अतिरिक्त आय भी अर्जित करेंगे।
पीएम कुसुम योजना के घटक-सी के तहत योजना, सौर ऊर्जा के साथ अपने निजी ग्रिड से जुड़े नलकूपों को सक्रिय करके किसानों की आय बढ़ाने का प्रस्ताव करती है।
किसान इसका उपयोग सिंचाई के लिए कर सकेंगे और सिंचाई के बाद अधिशेष बिजली राज्य विद्युत वितरण कंपनी को बेच सकेंगे।
इस योजना के तहत वर्ष 2022 तक 30,000 निजी नलकूपों को सौर ऊर्जा से सक्रिय करने का लक्ष्य रखा गया है।
सरकार के प्रवक्ता के अनुसार यह योजना यूपीपीसीएल/ऊर्जा विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही है। इसके तहत निजी ग्रिड से जुड़े निजी नलकूपों और पृथक कृषि बिजली फीडरों को ऊर्जा प्रदान करने की योजना है।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के पहले से अलग किए गए फीडरों की कुल क्षमता (2742 मेगावाट) के सौरकरण के लिए सौर ऊर्जा निगम भारत द्वारा नि: शुल्क संभावित रिपोर्ट तैयार की जा रही है और साथ ही निकट भविष्य में अलग होने के लिए पहचान की गई है।
केंद्र और योगी सरकारें जिस तरह सौर ऊर्जा (सोलर पंप, सोलर रूफ टॉप, सोलर स्ट्रीट लाइट, सोलर पार्क, अयोध्या को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने) पर फोकस कर रही हैं, वह भविष्य में स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार का जरिया बनेगी।
डिजिटल इंडिया अभियान को आगे ले जाने के लिए यूपी गैर-पारंपरिक ऊर्जा विकास एजेंसी (एनईडीए) द्वारा एक मोबाइल ऐप मोबाइल ऐप आदित्य विकसित किया गया है।
इस एप के माध्यम से राज्य के युवाओं को कौशल विकास मिशन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत सूर्य मित्र प्रशिक्षण और स्वरोजगार के लिए मदद दी जाएगी।
यूपीनेडा के निदेशक भवानी सिंह खंगारौत के अनुसार, प्रशिक्षित सूर्य मित्र सौर ऊर्जा प्लांटों के गुणवत्ता रखरखाव और कामकाज को सुनिश्चित करेंगे। राज्य में अब तक 2500 से अधिक सूर्य मित्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
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