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कश्मीर फाइल्स में जिस 1400 वर्ष पुराने मंदिर का है जिक्र, देखें अब उसकी कैसी है हालत

विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) फिल्म में कश्मीर के जिस मशहूर मार्तंड सूर्य मंदिर का भी जिक्र है. वह इस वक्त खंडहर हो चुका है.

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Mar 2022, 11:52:11 PM (IST)

highlights

  • 7वीं और 8वीं सदी के बीच मार्तंड मंदिर का कराया था निर्माण 
  • कारकोट वंश के राजा ललितादित्य मुक्तापीड ने बनवाया मंदिर
  • उत्तर भारत का इकलौता सूर्य मंदिर है कश्मीर का मार्तंड मंदिर 

नई दिल्ली:

विवादित फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) फिल्म में कश्मीर के जिस मशहूर मार्तंड सूर्य मंदिर का भी जिक्र है. वह इस वक्त खंडहर हो चुका है. इतिहासकारों के मुताबिक भगवान सूर्य की उपासना के लिए इस मंदिर को कार्कोट वंश के राजा ललितादित्य मुक्तापीड ने बनवाया था. इतिहासकारों के मुताबिक मुख्य बातेंराजा ललितादित्य ने 7वीं और 8वीं सदी के बीच इस मार्तंड मंदिर का निर्माण कराया था. यह मंदिर अपनी वास्तुकला और भव्यता के लिए मशहूर था. इस मंदिर के परिसर में 84 खंभे हैं और इसका चबूतरा 220 फुट लंबा और 142 फुट चौड़ा बनाया गया था.  इस मंदिर की वास्तुकला और इंजीनियरिंग में चीन, रोमन, ग्रीक और भारतीय शैली की अनूठी झलक दिखाई देती है. इस मंदिर की खास बात ये है कि मुख्य मंदिर 63 फुट लंबा और 13 फीट चौड़ा है. प्रसिद्ध कश्मीरी कवि कल्हण की पुस्तक राजतरंगिणी में भी मार्तंड मंदिर का जिक्र मिलता है. 

उत्तर भारत का पहला सूर्य मंदिर
एक वक्त कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित मार्तंड मंदिर अपनी वास्तुकला और भव्यता के लिए प्रसिद्ध था. यह उत्तर भारत का इकलौता सूर्य मंदिर था, लेकिन वक्त के साथ इस मंदिर की भव्यता खंडहर में तब्दील हो गई. मौजूदा वक्त में भारत के कोर्णाक के सूर्य मंदिर और गुजरात के मोढेरा स्थित सूर्य मंदिर की सबसे ज्यादा चर्चा होती है.  

1400 वर्ष पुराना है यह मंदिर 
इतिहासकारों के मुताबिक भगवान सूर्य की उपासना के लिए इस मंदिर को कार्कोट वंश के राजा ललितादित्य मुक्तापीड ने निर्माण करवाया था. इसका जिक्र मशहूर कश्मीरी कवि कल्हण की पुस्तक राजतरंगिणी में भी मिलता है. ऐसा माना जाता है कि राजा ललितादित्य ने इस मार्तंड मंदिर का निर्माण 7वीं और 8वीं शताब्दी के बीच में कराया था. कश्मीरी  लेखक चंदर एम. भट्ट के लेख के मुताबिक मार्तंड मंदिर का उल्लेख तुजुक-ए-जहांगीरी और मार्तंड महात्म्य में भी मिलता है.  मंदिर की वास्तुकला व इंजीनियरिंग में चीन, रोमन, ग्रीक और भारतीय शैली की अनूठी झलक दिखाई देती है.

जम्मू और कश्मीर में मौजूद प्रमुख हिंदू धर्म स्थल
आतंकवाद की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहने वाला मुस्लिम बाहुल्य जम्मू-कश्मीर में हिंदू धर्म की कई प्रतिष्ठित धर्म स्थल मौजूद है.  इसमें से एक है अमरनाथ गुफा. अमरनाथ हिंदुओं की आस्था का केंद्र है. पौराणिक कथा के मुताबिक कश्मीर में इसी स्थान पर भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने की कथा सुनाई थी. इसके अलावा खीर भवानी मंदिर भी यहीं पर स्थित है.  खीर भवानी को कश्मीर की देवी भी कहा जाता है. इस मंदिर में मां खीर भवानी को केवल खीर का ही भोग लगाया जाता है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि रावण खीर भवानी देवी का परम भक्त था. इसके अलावा वैष्णो देवी मंदिर भी जम्मू के कटरा शहर में स्थित है. इसके अलावा आदि गुरु शंकराचार्य का भी कश्मीर से संबंध रहा है. इतिहासकारों के मुताबिक उन्होंने 8-9 वीं शताब्दी में कश्मीर की यात्रा की थी.