.

श्रीलंका और भारत में आतंकवाद एक बड़ी समस्या, मिलकर लड़ेंगे, प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, आज की वार्ता में हमने श्रीलंका में संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं पर चर्चा की, और व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने पर भी चर्चा की

News Nation Bureau
| Edited By :
08 Feb 2020, 02:40:54 PM (IST)

नई दिल्ली:

श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की. इसके बाद उन्होंने संयु्क्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम मोदी ने कहा, भारत और श्रीलंका पड़ोसी देश होने के साथ-साथ करीबी दोस्त भी हैं. हमारे क्षेत्र में आतंकवाद एक बड़ी समस्या है, हम दोनों ने इसका डटकर सामना किया है. हम आतंक के खिलाफ अपने सहयोग को और बढ़ाएंगे.

पीएम मोदी ने कहा, आज की वार्ता में हमने श्रीलंका में संयुक्त आर्थिक परियोजनाओं पर चर्चा की, और व्यापार और निवेश संबंधों को बढ़ाने पर भी चर्चा की.हमने अपने लोगों से लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने और पर्यटन को प्रोत्साहित करने पर भी चर्चा की. श्रीलंका के प्रधानमंत्री से बातचीत के बाद मोदी ने कहा , श्रीलंका की स्थिरता, सुरक्षा, समृद्धि भारत के साथ-साथ हिंद महासागर क्षेत्र के भी हित में है. श्रीलंका के विकास में भारत विश्वसनीय साझीदार रहा है, पिछले साल जिस नई ऋण सुविधा की घोषणा की गई थी, वह विकास में सहयोग को और गहरा करेगी. पीएम मोदी ने कहा, मुझे विश्वास है कि श्रीलंकाई सरकार एकीकृत श्रीलंका के भीतर समानता, न्याय, शांति के लिए तमिल लोगों की उम्मीदों को समझेगी.

PM Modi: In today's talks we discussed the joint economic projects in Sri Lanka, and also discussed enhancing trade and investment relations. We also discussed to increase our people-to-people connectivity and encourage tourism pic.twitter.com/ryKMUUOAHZ

— ANI (@ANI) February 8, 2020

मोदी ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे के साथ वार्ता के बाद कहा, हमने मछुआरों के मामले से निपटने के लिए मानवीय दृष्टिकोण अपनाने का फैसला किया है. वहीं श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने कहा, मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी को उनकी सरकार की पड़ोसी पहले नीति और उनके द्वारा श्रीलंका को दी जाने वाली प्राथमिकता के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने कहा, हमारी बातचीत का मुख्य मुद्दा दोनों देशों की सुरक्षा रही, भारत ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हमेशा हमारी मदद की है