केसीआर और ममता बनर्जी की मुलाकात पर सुब्रमण्यम स्वामी का हमला
जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनेगी तो ऐसा लगता नहीं कि तीसरा मोर्चा कुछ कमाल कर पाएगा, उनके नेताओं में पीएम पद को लेकर आपसी संघर्ष भी हैं.
highlights
- स्वामी ने कार्टूिस्ट की गिरफ्तारी की निंदा की
- ममता और केसीआर की मीटिंग पर हमला बोला
- 84 के दंगो पर कसा तंज
नई दिल्ली:
सुब्रमण्यम स्वामी ने सोमवार को कार्टूनिस्ट की गिरफ्तारी के लिए भी ममता को घेरा है. उन्होंने कहा है कि अगर आपत्तिजनक लगने वाले पोस्ट पर किसी को जेल करवाई जा सकती है, तो पश्चिम बंगाल में कार्टूनिस्ट भी सुरक्षित नहीं है. अगर आज शंकर और लक्ष्मण जिंदा होते तो वह भी जेल चले जाते. मुझे उम्मीद है कि सर्वोच्च न्यायालय से उसे राहत मिलेगी, यह अपराध नहीं आपत्तिजनक था. जिन लोगों ने रामसेतु को लेकर सवाल उठाए उन्हें सत्ता से बाहर होना पड़ा श्रीराम के नारे से नाराज होने वालों को भी मिलेगी सजा (इशारे में ममता पर निशाना साधते हुए) जहां तक केसीआर की बैठकों का सवाल है, जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनेगी तो ऐसा लगता नहीं कि तीसरा मोर्चा कुछ कमाल कर पाएगा, उनके नेताओं में पीएम पद को लेकर आपसी संघर्ष भी हैं.
हिटलर के अत्याचार और रामायण की तरह हर बार याद करना जरूरी है 1984
स्वामी ने 84 दंगों पर तंज कसते हुए कहा है, आज भी यहूदी हिटलर के अत्याचार को याद करते हैं, हम हर साल रामायण को रामलीला के माध्यम से याद करते हैं, उसी तरह से 1984 के दंगों के दर्द को याद रखना जरूरी है, वरना लोग दर्द भूल जाएंगे और वहीं दोबारा दोहराया जा सकता है. 2 परसेंट सिख देश की सेना में 20 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं, गुरु गोविंद की वजह से ही आज हिंदू हैं.
स्वामी करेंगे ब्रिटिश संसद (हाउस ऑफ कॉमंस) को संबोधित, पर राहुल के सबूतों पर चुप्पी
सुब्रमण्यम स्वामी का ब्रिटिश संसद की सभा हाउस ऑफ कॉमंस में 16 तारीख को संबोधन है. जहां वह ब्रिटिश सांसदों से बैठक भी करेंगे, लेकिन स्वामी का कहना है कि उस बैठक में राहुल गांधी को लेकर क्या चर्चा होगी वह भी नहीं बता सकते. राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता को लेकर वह पहले ही सभी सबूत दे चुके हैं, अब ईडी को करनी है कार्यवाही. गौरतलब है कि स्वामी ने राहुल की दोहरी नागरिकता में ब्रिटेन और भारत की नागरिकता एक साथ होने का आरोप लगाया है.