विदेश मंत्रालय ने कहा, डोकलाम में यथास्थिति बरकरार, कोई बदलाव नहीं
विदेश मंत्रालय ने कहा है डोकलाम में यथास्थिति बरकरार है और उसमें कोई बदलाव नहीं आया है। यहां पर भारत और चीन की सेनाएं करीब दो महीने तक आमने सामने थी।
नई दिल्ली:
विदेश मंत्रालय ने कहा है डोकलाम में यथास्थिति बरकरार है और उसमें कोई बदलाव नहीं आया है। यहां पर भारत और चीन की सेनाएं करीब दो महीने तक आमने सामने थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस तरह की धारणाओं को खारिज करते हुए कहा, ‘हमारा ध्यान कुछ खबरों की ओर गया है जो डोकलाम में हालात के संबंध में सरकार की ओर से बताई गयी स्थिति की सटीकता पर सवाल खड़ा करती हैं।’
गतिरोध वाली जगह पर यथास्थिति में किसी तरह के बदलाव के संबंध में पूछे गए सवालों पर उन्होंने कहा कि सरकार कह चुकी है कि इस तरह के आरोपों का कोई आधार नहीं है।
उन्होंने कहा, 'सरकार एक बार फिर से दोहराती है कि गतिरोध वाली जगह पर यथास्थिति में बदलाव नहीं किया गया है। इसके विपरीत कोई भी धारणा गलत और शरारतपूर्ण है।'
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जब खबरें आ रही हैं कि चीन विवादित क्षेत्र में बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है।
कुमार ने यह भी कहा कि इस बात को ध्यान में रखना चाहिये कि डोकलाम क्षेत्र में हुए भारत और चीन के बीच हुए गतिरोध के हालात को कूटनीतिक बातचीत के बाद सुलझा लिया गया था। इस बातचीत के बाद ही दोनों देश वहां से अपने जवानों को हटाने पर सहमत हुए थे।
कांग्रेस मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने विदेश मंत्रालय के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरे बयान में चीनी सेना की तरफ किये जा रहे निर्माण कार्य पर कुछ भी नहीं कहा गया है। जैसा कि सैटेलाइट इमेज में दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा, 'कृपया चीन की तरफ से निर्मित किये गए कंक्रीट के पोस्ट, 7 हेली पैड, नए ट्रेंच और डोकलाम में तैनात किये गए दर्जनों हथियारबंद गाडियों के बारे में कुछ कहें।'
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