सहारनपुर रैली: बीजेपी दूसरी पार्टी के लोगों को तोड़कर दे रही है टिकट- मायावती
मायावती ने कहा, ‘‘बसपा राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ देश में सामाजिक परिवर्तन का का मूवमेंट भी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव काफी नजदीक है। इसलिए काफी सोच-विचार कर टिकट दिया जा रहा है।
New Delhi:
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल के दिनों में बसपा छोड़कर दूसरी पार्टी में जाने वाले सभी नेताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसी के पार्टी छोडकर जाने से बसपा के जनाधार पर कोई असर नहीं पडने वाला है।
मायावती ने कहा, ‘‘बसपा राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ देश में सामाजिक परिवर्तन का का मूवमेंट भी है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव काफी नजदीक है। इसलिए काफी सोच-विचार कर टिकट दिया जा रहा है।
मायावती ने कहा कि बीजेपी की हालत उत्तर प्रदेश में काफी खराब है उसके पास टिकट देने के लोगों की वैसी ही कमी है जैसी बिहार में थी। इसी वजह से बीजेपी दूसरी पार्टियों के लोगों को तोड़कर टिकट दे रही है। गौरतलब है कि विधानसभा में बसपा और प्रतिपक्ष के नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य सहित कई बसपाई नेता पिछले दिनों बीजेपी में शामिल हो गए।
रैली की मुख्य बातें
- लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा किए गए वादे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं।
- आज तक गरीबों को सस्ता राशन नहीं मिला है।
- पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं।
- पीएम ने बिजली और पानी सस्ता करने का वादा किया था।
- रोजमर्रा की चीजें और भी महंगी हो रही है।
- 24 घंटे बिजली देने का वादा भी पूरा नहीं किया गया।
- मोदी सरकार में ये वादे पूरे नहीं हुए लेकिन मेरी सरकार में ये सब जरूर हुआ था।
- पीएम ने पक्के मकानों का वादा भी किया था लेकिन क्या मिला?
- मोदी सरकार को दो साल हो चुके हैं लेकिन जनता के लिए कोई काम नहीं किया गया।
- पीएम मोदी ने कहा गरीबी और महंगाई कम होगी।
- किसानों के खेती के लिए सस्ती सुविधा देंगे।
- बेरोजगारों को रोजगार देंगे, क्या मिला?
- सरकार ने भूमि अधिग्रहण कानून को बदल दिया ताकि किसानों की जमीन हड़पी जा सके।
- हमारे विरोध करने के बाद सरकार रुकी ।
- सरकार ने बड़े लोगों के कर्ज माफ कर दिए।
- छोटे लोगों को परेशान किया जा रहा है।
- केंद्र की सरकार ने गरीबों के नाम पर जो जनधन, पेंशन, बीमा अदि योजनाएं शुरू की हैं उनका लाभ केवल अमीरों को मिलेगा।
- बुलेट ट्रेन में भी पूंजीपति ही सफर करेंगे, इतने में कई छोटी ट्रैन चलाई जा सकती थी।