दिल्ली एनसीआर में धुंध का असर, रेल यातायात प्रभावित
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। इस कारण लोगों को असामान्य खांसी, घरघराहट, सांस लेने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली:
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। इस कारण लोगों को असामान्य खांसी, घरघराहट, सांस लेने में कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
एनसीआर में हवाओं में सांस लेना लोगों के लिए काफी दुभर हो रहा है। दिल्ली सरकार के फैसले के बाद सम-विषम (ऑड-ईवन) योजना सोमवार से लागू होनी थी लेकिन इसे कैंसिल कर दी गई।
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शनिवार से ही दिल्ली में ट्रक और भारी वाहनों की एंट्री भी रोक दी गई है।
दिल्ली के लोधी रोड इलाके में पीएम 10 लगभग 5 गुणा बढ़कर 560 है जबकि पीएम 2.5 लगभग 10 गुणा ज्यादा है। नोयडा की बात करें तो पीएम 10 551 है और पीएम 2.5 541 है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े बता रहे हैं कि दिल्ली और एनसीआर की हवा में मौत छिपी है। आपको बता दे पीएम 10 जो कि आमतौर पर वातावरण में 100 तक होता है तो वहीं 2.5 लेवल के पीएम आमतौर पर 60 होता है।
इससे पहले राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पहले तो मंजूरी नहीं दी थी। बाद में यह शर्त लगाकर मंजूरी दी कि इस योजना में किसी को भी छूट न दी जाए।
धुंध के कारण दिल्ली पहुंचने वाली कई ट्रेन और उड़ान देर से चल रही है। इससे पहले एनसीआर की हवाओं में प्रदूषण में थोड़ी कमी देखने को मिली थी लेकिन अचानक से एक बार फिर बढ़ोतरी देखने को मिली है।
दिल्ली सरकार ने महिलाओं और दुपहिया वाहनों को छूट देने का प्रावधान रखा था जिसकी मंजूरी एनजीटी ने नहीं दी।
अरविंद केजरीवाल सरकार ने कहा कि वह सोमवार को दोबारा एनजीटी का दरवाजा खटखटाएगी और महिलाओं व दुपहिया वाहनों को छूट देने के लिए कहेगी। अगर एनजीटी मान जाता है, तभी सरकार इसे लागू करने पर विचार करेगी।