जेल में शशिकला को मिल रही वीआईपी ट्रीटमेंट के खिलाफ सिद्धारमैया ने दिए जांच के आदेश
बेंगलुरु जेल में चल रही अनियमिताओं की बातों को गंभीरता से लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी
नई दिल्ली:
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एआईएडीएमके नेता वी के शशिकला को जेल में दी जा रही वीआईपी ट्रीटमेंट और अन्य अनियमिताओं के खिलाफ जांच के आदेश दिए है।
रायचूर के दौरे पर गए सिद्धारमैया ने गुरवार को ट्विटर के द्वारा ये बात कही। ट्विटर पर किये गए उनके पोस्ट के अनुसार, 'हमने बेंगलुरु जेल में चल रही अनियमिताओं की बातों को गंभीरता से लिया है और उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए है।'
'हम सभी से अनुरोध करते है कि जांच पूरी होने का इंतजार करे। अगर कोई भी दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर की जाएगी।' उन्होंने ट्वीट किया।
Request all to await the outcome of this inquiry. Strict action will be taken against any person found guilty of wrongdoing. 2/2
— CM of Karnataka (@CMofKarnataka) 13 July 2017जेल के डीजीपी एचएसएन राव को लिखे एक पत्र में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल डी रूपा ने यह आरोप लगाया था कि शशिकला के लिए विशेष रसोई की व्यवस्था की गई है। पत्र में यह भी बताया गया है कि शशिकला ने अधिकारियों को रिश्वत के तौर पर दो करोड़ रुपए दिए हैं।
पत्र में जेल के डीजीपी खिलाफ भी आरोप लगाए गए है। रूपा ने लिखा है, 'दुर्भाग्यवश इन सब में आपका भी नाम शामिल है। मैं आपसे आग्रह करती मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे और दोषियों से कोई सहानुभूति नहीं रखेंगे।'
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रूपा ने जेल में चल रही कुछ और गड़बड़ियों को भी उजागर किया। स्टंप पेपर घोटाले में दोषी अब्दुल करीम तेलगी को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का भी आरोप लगाया।
इस मामले को लेकर एचएसएन राव ने कहा कि यह सब पूरी तरह झूठ है और वो अपनी जूनियर के खिलाफ जेल प्रशासन को बदनाम करने के लिये कानूनी कार्रवाई करेंगे।
वहीं रूपा ने कहा कि निष्पक्ष जांच होने के बाद सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।
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