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कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने अशोक गहलोत, अखिलेश यादव को दी नसीहत, कहा-शिवलिंग का मजाक न उड़ाए...

प्रमोद कृष्णम ने शिवलिंग का मजाक उड़ाने वाले नेताओं पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि दुर्भाग्य से, हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को अधिक उदार दिखाने की कोशिश में 'शिवलिंग' का मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि सपा नेता अखिलेश यादव हों...

News Nation Bureau
| Edited By :
23 May 2022, 07:41:25 PM (IST)

highlights

  • प्रमोद कृष्णम ने कथित 'उदारवादियों' को दिखाया आइना
  • उदार बनने के चक्कर में अनावश्यक टिप्पणियां न करें
  • शिवलिंग में हमारी आस्था, मजाक न उड़ाएं

नई दिल्ली:

वाराणसी में ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी विवाद मामले के बीच कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम कहा कि वो लोग शिवलिंग का मजाक उड़ाएं. ये आस्था का विषय है. उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के सीनियर नेता राहुल गांधी भी शिवभक्त हैं. ऐसा वो खुद भी बोल चुके हैं. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि सनातन धर्म सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाता है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सनातन धर्म अपने धर्म का अपमान करने की भी अनुमति नहीं देता. 

प्रमोद कृष्णम ने शिवलिंग का मजाक उड़ाने वाले नेताओं पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि दुर्भाग्य से, हमारी पार्टी के कुछ नेता खुद को अधिक उदार दिखाने की कोशिश में 'शिवलिंग' का मजाक उड़ा रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि सपा नेता अखिलेश यादव हों या राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, 'शिवलिंग' को 'तमाशा' नहीं कहा जा सकता है. यह आस्था का विषय है.'

कांग्रेस के लिए पूरा देश मंदिर

प्रमोद कृष्णम ने आगे कहा कि कांग्रेस की विचारधारा 'सर्वधर्म समभाव' की है. हम महात्मा गांधी के अनुयायी हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अदालत के फैसले को मानेगी. प्रमोद कृष्णम ने कहा कि हमारे लिए पूरा देश ही मंदिर है. बीजेपी मंदिरों में वोट तलाशती है, हम शिवलिंग में भगवान को तलाशते हैं.

Our party works on ideology of 'Sarvdharm Sambhav'. We're followers of Mahatma Gandhi:Cong leader Pramod Krishnam

Will follow the court's judgment. For me, whole nation is a temple. BJP searches votes in temples, we search for God in Shivling: P Krishnam, Cong on Gyanvapi case pic.twitter.com/04XEFi3F80

— ANI (@ANI) May 23, 2022

मंगलवार को आएगा अदालत का फैसला

बता दें कि इस मामले में वाराणसी के जिला जज एके विश्वेश की कोर्ट ने इस बात को लेकर अपना फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा कि किस मामले पर पहले सुनवाई होगी. हिन्दू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव ने बताया कि ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में दोनों पक्षों की ओर से कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं. किस याचिका पर पहले सुनवाई होगी, इस पर मंगलवार को फैसला आएगा. उन्होंने बताया कि हिन्दू पक्ष की ओर से कहा गया है कि आयोग की कार्रवाई पहले हुई है, इसलिए मुस्लिम पक्ष इस पर अपनी आपत्ति जताए. वहीं, ज्ञानवापी परिसर में मिले कथित शिवलिंग के नियमित पूजन-अर्चन के लिए अदालत में काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉक्टर कुलपति तिवारी ने सोमवार को याचिका दायर की. तिवारी ने कहा कि मैं बाबा विश्वनाथ की तरफ से आया हूं. मैंने आज एक याचिका दाखिल कर अदालत से बाबा के नियमित दर्शन पूजन की मांग की है. मुझे बाबा के राग, भोग, सेवा और भक्तों को दर्शन की अनुमति दी जाए.