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उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद मोदी सरकार ने शक्तिकांत दास को बनाया RBI का नया गवर्नर

उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद मोदी सरकार ने शक्तिकांत दास को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नया गवर्नर नियुक्त कर दिया है

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Dec 2018, 06:47:24 PM (IST)

नई दिल्ली:

उर्जित पटेल के इस्तीफा देने के बाद मोदी सरकार ने शक्तिकांत दास को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का नया गवर्नर नियुक्त कर दिया है. शक्तिकांत दास तमिलनाडु कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी रह चुके हैं. शक्तिकांत दास पूर्व वित्त सचिव भी रह चुके हैं और वर्तमान में वो वित्त आयोग के सदस्य भी हैं.

नोटबंदी में शक्तिकांत दास का था अहम रोल

8 नवंबर 2016 को हुए नोटबंदी में शक्तिकांत दास का अहम रोल माना जाता है. नोटबंदी के लिए सरकार की ड्राफ्टिंग कमेटी में भी शक्तिकांत दास का अहम रोल था. शक्तिकांत दास ने नई दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से पढ़ाई की है और मास्टर्स की डिग्री ली है. आईएएस बनने के बाद भारत सरकार के वित्त मंत्रालय और डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेंडिचर के ज्वाइंट सेक्रेटरी, तमिलनाडु सरकार के स्पेशल कमिश्नर और रेवेन्यू कमिश्नर जैसे अहम पदों पर काम कर चुके हैं.

गौरतलब है कि देश की आर्थिक नीतियों को लेकर रिजर्व बैंक और मोदी सरकार के बीच चल रहे खटपट के बाद सोमवार को आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उर्जित पटेल ने इस्तीफे के कारण को लेकर कहा, 'व्यक्तिगत कारणों की वजह से मैंने मौजूदा पद तत्काल प्रभाव से छोड़ने का फैसला किया है. वर्षों तक रिजर्व बैंक में विभिन्न जिम्मेदारियों के साथ मुझे रिजर्व बैंक में सेवा का मौका मिला, यह मेरे लिए सम्मान की बात है'. उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली तक ने उनके कामों की तारीफ की लेकिन विपक्ष के साथ ही बीजेपी नेताओं ने भी इसे भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदायक बताया. कांग्रेस ने इसके लिए मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए इसे देश में आर्थिक आपातकाल तक करार दे दिया. 

उर्जित पटेल का इस्तीफा बैंकिंग व्यवस्था के लिए काला धब्बा: कांग्रेस

उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर सोनिया गांधी के करीबी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा, जिस तरह से आरबीआई के गवर्नर को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया. यह भारत की मौद्रिक और बैंकिंग प्रणाली के लिए एक धब्बे की तरह है. बीजेपी सरकार में वित्तीय आपातकाल जैसी स्थिति है जिसे इस इस्तीफे ने उजागर कर दिया है. देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता अब दांव पर है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचाकर आर्थिक अराजकता पैदा करना और भारत की मौद्रिक नीतियों के साथ समझौता करना भारतीय जनता पार्टीके डीएनए में है.

सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'अत्याचारी मोदी सरकार ने एक और संस्थान की पवित्रता को दूषित किया, जैसा कि आरबीआई के गवर्नर के इस्तीफे से जाहिर होता है. आर्थिक अराजकता, भारत की मौद्रिक नीतियों से समझौता करना और सरकार द्वारा नियुक्त कठपुतलियों के जरिए आरबीआई की स्वतंत्रता को छिन्न-भिन्न करना बीजेपी के डीएनए में है.'