.

सबरीमाला: महिलाओं की एंट्री के बाद विरोध तेज, आज केरल बंद, झड़प में एक शख्स की मौत

हिन्दूवादी समूहों के एक मुख्य संगठन ने गुरुवार यानी आज केरल में राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है. इसके साथ ही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 'काला दिवस' माने की घोषणा की है.

News Nation Bureau
| Edited By :
03 Jan 2019, 10:59:38 AM (IST)

नई दिल्ली:

सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा के मंदिर में दो महिलाओं के प्रवेश करने पर राज्य में अब विरोध प्रदर्शन और तेज हो गए हैं. इसी बीच अलग-अलग हिन्दूवादी समूहों के एक मुख्य संगठन ने गुरुवार यानी आज केरल में राज्यव्यापी बंद का ऐलान किया है. इसके साथ ही यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने 'काला दिवस' माने की घोषणा की है. महिलाओं के मंदिर में प्रवेश की खबर फैलने के बाद, दक्षिणपंथी समूहों के कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए हाइवे ब्लॉक कर दिया. दुकानें और बाजार जबरन बंद करा दिए. बीजेपी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने राज्य सचिवालय के बाहर रिपोर्टिंग कर रहे मीडियाकर्मियों पर कथित रूप से हमले भी किए.

वहीं, कल यानी बुधवार को सीपीएम और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक 55 साल का शख्स जख्मी हो गया था जिसका इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतक शख्स सबरीमाला कर्म समिति का सदस्य था. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. इसके साथ ही केरल में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है जिनका बुधवार को हुए झड़प से संबंध हैं.  

वहीं, ‘सबरीमाला कर्म समिति’ की तरफ से सुबह से शाम तक के बंद की घोषणा करते हुए इसकी नेता के पी शशिकला ने कहा कि सरकार ने भक्तों को धोखा दिया है. प्रतिबंधित आयु वर्ग (10 साल से 50 साल) की महिलाओं को मंदिर में प्रवेश देने के सुप्रीम कोर्ट के 28 सितंबर के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही समिति ने लोगों से उनके प्रदर्शन में सहयोग देने की अपील की है.

शशिकला ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक पिनराई विजयन राज्य के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा नहीं दे देते, तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. शशिकला ने कहा कि सरकार ने ‘कायर’ की तरह काम किया और महिलाओं को तड़के मंदिर ले गई.

और पढ़ें : राजस्थान: अशोक गहलोत सरकार ने सभी सरकारी दस्तावेजों से पंडित दीनदयाल उपाध्याय की फोटो हटाने का आदेश किया जारी

बता दें कि बुधवार सुबह 3 बजे के आसपास पारंपरिक काले परिधान पहने और सिर ढक कर कनकदुर्गा (44) और बिंदू (42) बुधवार को तड़के तीन बजकर 38 मिनट पर मंदिर पहुंचीं और भगवान अयप्पा का दर्शन किया. पुलिस ने विरोध प्रदर्शनों की आशंका के कारण दोनों महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई है.