बाजार में फिर हो सकती है नए नोटों की कमी, सालबोनी प्रेस के कर्मचारी नहीं करेंगे ओवरटाइम
एक बार फिर देश में कैश की कमी महसूस की जा सकती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सालबोनी प्रेस के कर्मचारियों ने ओवरटाइम करने से मना कर दिया है।
नई दिल्ली:
एक बार फिर देश में कैश की कमी महसूस की जा सकती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की सालबोनी प्रेस के कर्मचारियों ने ओवरटाइम करने से मना कर दिया है। इस प्रेस में नए नोट छापे जा रहे हैं।
खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए नोट छापने वाले कर्मचारियों ने ओवर टाइम करने से मना कर दिया है। इस कारण यहां रोज छपने वाले नोटों की संख्या में 60 लाख की कमी आ सकती है।
हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण प्राइवेट लिमिटेड (BRBNMPL) इंप्लाईज एसोसिएशन के एक सदस्य ने बताया, ''14 दिसंबर को हमने प्रबंधन के साथ दो सप्ताह के लिए 12 घंटों की शिफ्ट में काम करने का समझौता किया था। वह समझौता 27 दिसंबर को खत्म हो गया और हमने आगे उसका पालन करने से इनकार कर दिया है''
प्रेस के कर्मचारी नोटों के सर्कुलेशन बढ़ाने के लिए पिछले 15 दिनों से 12 घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे थे। कुछ कर्मचारियों ने कमरदर्द, नींद और शारीरिक एवं मानसिक तनाव की शिकायत की।
कर्मचारी 9 घंटे की शिफ्ट के बदले 12 घंटे की शिफ्ट कर रहे थे इस कारण रोजाना करीब 4.6 करोड़ नोट छप रहे थे। लेकिन बुधवार से तीन शिफ्ट होने के बाद से यह संख्या लगभग 4 करोड़ तक कम हो सकती है।