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राजनाथ सिंह बोले, सेना के तीनों अंगों को कम समय में तैयार रहना होगा   

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को वायुसेना के कमांर्ड्स कांफ्रेंस की बैठक में संदेश दिया कि देश की सीमाओं पर परिस्थितियां अस्थिर हैं. ऐसे में सेना के तीनों अंगों को ​चौकन्ना रहना होगा.

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Nov 2021, 02:57:41 PM (IST)

नई दिल्ली:

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को वायुसेना के कमांर्ड्स कांफ्रेंस की मीटिंग में साफ संदेश दिया है कि देश की सीमाओं पर परिस्थितियां अस्थिर हैं। ऐसे में बेहद जरूरी है कि सेना के तीनों अंगों यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना को बेहद कम समय में तैयार रहना होगा. रक्षा मंत्री ने ये बयान सीडीएस जनरल बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी और एयरफोर्स के टॉप कमांर्ड्स की मौजूदगी में दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि भविष्य में  जो भी युद्ध होगा उसमें वायुसेना की भूमिका अहम होने वाली है.  वायुसेना को एआई  यानि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के जरिए और मजबूत बनाना होगा. 

कम समय में जवाबी कार्रवाई को रहें तैयार

रक्षा मंत्री ने वायुसेना की तैयारियों की सराहना की है। उन्होंने तुरंत प्रतिक्रिया करने की क्षमताओं और बेहतर प्रोफेशनेलिज्म के लिए जमकर तारीफ की. उन्होनें देश की सीमाओं पर चीन से चल रही तनातनी की तरफ ध्यान आर्कषित कर शॉर्ट नोटिस पर तैयार रहने का आह्वान किया है। राजनाथ सिंह ने देश की सीमाओं की 'वोलेटाइल' हालात को लेकर सशस्त्र सेनाओं को शॉर्ट नोटिस पर जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा.

वायुसेना के तीन दिवसीय कमांडर्स कांफ्रेंस (10-12 नबम्बर) का इस बार का थीम है. 'एनस्युरिंग सर्टेनेटी एम्डिस्ट अनसर्टेनेटी.' तीन दिनों तक वायुसेना के उच्च कमांडर्स सहित रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा पर बातचीत कर रहे हैं.

विचारों और चिंताओं का ख्याल रखना चाहिए

रक्षा मंत्री ने सेना के तीनों अंगों के साझा थियटेर कमान बनाने पर जोर देते हुए कहा कि इस दौरान सभी के विचारों और चिंताओं का ख्याल रखना चाहिए। दरअसल, देश में थियेटर कमान बनाने को लेकर वायुसेना ने अपनी कुछ ऑपरेशनल चिंताएं जाहिर की थी. इसलिए रक्षा मंत्री ने सभी स्टेक-होल्डर्स के विचारों पर गहनता से मंथन करने पर जोर दिया.