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राजस्थानः सियासी घमासान के बाद आज से विधानसभा सत्र, फ्लोर टेस्ट संभव

राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok gehlot) और सचिन पायलट (Sachin Pilot) के बीच सियासी घमासान की बीच आज से विधानसभा सत्र शुरू होने जा रहा है.

News Nation Bureau
| Edited By :
14 Aug 2020, 07:00:40 AM (IST)

जयपुर:

राजस्थान (Rajasthan) कांग्रेस के लिए आज का दिन काफी अहम है. आज से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है. सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कांग्रेस (Congrss) में सचिन पायलट (Sachin Pilot) और अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) फिर से एक होने के बाद सदन में कितना साथ दिखाई देता है. आज से सदन के मानसून सत्र की शुरुआत हो रही है. कांग्रेस सरकार ने आज से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है. राजस्थान विधानसभा का पांचवां सत्र आज से शुरू हो रहा है. 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं. वहीं 13 निर्दलीय, राष्ट्रीय लोक दल का एक, माकपा के दो, भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो, बीजेपी के 72 और उसकी सहयोगी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक हैं.

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बीजेपी में भी हलचल तेज
राजस्थान में करीब दो महीने से कांग्रेस के अंदर फूट की खबरें लगातार सामने आ रही थी. लेकिन विधानसभा सत्र की जारीख नजदीक आते ही सबकुछ सामान्य हो गया. अब सूत्रों के हवाले से यह भी खबर हैं कि बीजेपी में फूट हो गई है और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गहलोत को भरोसा दिया है कि वह अपने 10 विधायकों के साथ उनकी हर तरह से मदद करेंगी. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीजेपी ने पिछले दिनों अपने विधायकों को एकजुट और एकसाथ रखने के लिए जयपुर में कई चॉपर उतार दिए थे लेकिन कुछ विधायकों ने कहीं भी जाने से मना कर दिया था.

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बसपा ने व्हिप जारी किया
राजस्थान में तीनों की बड़ी पार्टी अंदरूनी गुटबाजी का शिकार हैं. एक तरफ कांग्रेस और बीजेपी में अंदरूनी कलह की बात सामने आई है तो वहीं बीएसपी का मामला कोर्ट में है. मामला कोर्ट में होने के बाद भी बहुजन समाज पार्टी ने अपने छह विधायकों को व्हिप जारी किया है और उनसे कहा गया है कि वे विश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस के खिलाफ वोटिंग करें. जारी व्हिप में यह भी कहा गया है कि अगर विधायक पार्टी के फैसले को नहीं मानते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है.