राहुल गांधी ने हर गांव में बिजली पहुंचाने के दावे को बताया जुमला, सरकार ने दी सफाई
मोदी सरकार के देश के हर गांव तक बिजली पहुंचने को दावे को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार का एक और झूठ बताया है।
नई दिल्ली:
मोदी सरकार के देश के हर गांव तक बिजली पहुंचने को दावे को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार का एक और झूठ बताया है। राहुल ने सभी गांवों में बिजली पहुंचाए जाने से जुड़ी एक खबर को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, ‘एक और झूठ'।
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम ने भी इसे सरकारी जुमला बताते हुए कहा था कि पहले की सरकारों के समय ही 5.80 लाख गांवों में बिजली पहुंच चुकी थी और प्रधानमंत्री दावा कर रहे हैं कि उनके समय सभी गांवों में बिजली पहुंचाई गई।
इसके बाद विद्युत मंत्रालय ने गांवो के बिजलीकरण की परिभाषा पर स्पष्टीकरण दिया है।
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार गांवो के विद्युतिकरण की परिभाषा के अनुसार गांव में रहने वाली कुल आबादी के कम से कम 10 प्रतिशत लोगों के पास बिजली का कनेक्शन होना चाहिए।
हालांकि इसका यह बिल्कुल भी अर्थ नहीं है कि सरकार केवल 10 प्रतिशत लोगों तक ही बिजली के इस्तेमाल को सीमित करना चाहती है।
मंत्रालय ने कहा कि सहभागिता को बढ़ान के लिए सरकार ने पहले ही सौभाग्य (प्रधानमंत्री हर घर सहज बिजली) योजना को शुरु किया है जिसके तहत मार्च 2019 तक हर घर तक बिजली पहुंचाने का उद्देश्य है।
मंत्रालय ने बताया कि हालिया रिपोर्टों के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू विद्युतीकरण स्तर 82 प्रतिशत से अधिक है जो विभिन्न राज्यों में 47 से 100 प्रतिशत तक है।
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि मणिपुर के लेइसांग गांव समेत देश के उन सभी गांवों में बिजली पहुंच चुकी है, जो आजादी के 70 साल बाद भी अब तक रोशनी से अछूते थे।
15 अगस्त 2015 को पीएम मोदी ने लालकिले की प्राचीर से 1000 दिन के अंदर देश के अंधेरे में डूबे 18000 से अधिक गांवों में बिजली पहुंचाने का ऐलान किया था। जिसे 12 दिन पहले ही हासिल करने का दावा मोदी सरकार कर रही है।