'2014 में मोदी सरकार ना देती ये 'आदेश', तो नहीं होता इतना बड़ा आतंकी हमला'
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पुलवामा में जवानों का नरसंहार 2014 में सरकार के एक आदेश के कारण हुआ है.
नई दिल्ली:
कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले (Pulwama Attack) में देश ने अपने 40 सपूतों को खो दिया. इस हमले को लेकर बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही सरकार के निशाने पर लिया है. सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि पुलवामा में जवानों का नरसंहार 2014 में सरकार के एक आदेश के कारण हुआ है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह स्पष्ट है कि 37 जवानों का नरसंहार 2014 में सरकार के आदेश के कारण हुआ. 2014 में सरकार ने एक आदेश दिया था कि किसी भी वाहन को किसी भी चेक प्वाइंट पर रोका नहीं जाए. यह आदेश इसलिए आया क्योंकि सेना के कुछ जवानों ने एक मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी. इसके बाद जवानों पर मुकदमा भी चला था और आज भी वे जेल में हैं.
गौरतलब है कि 3 नवंबर, 2014 को बडगाम में 53, राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने एक सफेद मारुति कार पर फायरिंग कर दी थी. जवानों ने फायरिंग इसलिए की थी क्योंकि वो पहले दो चेक पॉइंट्स को पार कर चुकी थी. जवानों कार में बैठे लोगों पर संदेह हुआ और उन्होंने फायरिंग कर दी, जिसमें 2 लड़के मारे गए थे. जांच में पता चला कि कार में बैठे पांच लड़के मुहर्रम जुलूस से लौट रहे थे. इस मामले को लेकर 14 सैनिकों की जांच की गई. इसमें से चार को दोषी पाया गया. इस पूरे मामले को लेकर कश्मीर में काफी बवाल भी हुआ था.
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बता दें कि गुरुवार (14 फरवरी ) को कश्मीर के पुलवामा में फिदायीन हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे. यह संख्या आगे बढ़ भी सकती है. पूरे देश में इस आतंकवादी हमले से गुस्से का माहौल है. लोग कार्रवाई की मांग करते हुए विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.