बकरीद के मौके पर पीएम मोदी ने देश वासियों को दी बधाई, कहा - उम्मीद है भाईचारे का भाव और गहरा होगा
ईद-उल-जुहा (बकरीद) त्योहार के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को शुभकामनाएं दी है।
नई दिल्ली:
ईद-उल-जुहा (बकरीद) त्योहार के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने बधाई देते हुए सोशल मीडिया ट्विटर पर कहा, उम्मीद है कि आज इस त्योहार के जरिए हमारे समाज में करुणा और भाईचारे की भावना को और गहरा कर दे। पीएम मोदी के अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार समेत अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी बधाई दी है। दिल्ली के जामा मस्जिद समेत देश के हर हिस्से में नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय इस त्योहार को बेहश जोश के साथ मनाने में जुटे हुए हैं।
यह मुस्लिम समुदाय का बेहद खास पर्व है। इसे हजरत इब्राहिम के अल्लाह के प्रति अपने बेटे इस्माइल की कुर्बानी की याद में मनाया जाता है।
क्यों बनाई जाती है बकरीद
इस्लाम के मुताबिक, हजरत इब्राहिम की परीक्षा के लिए अल्लाह ने उन्हें अपनी सबसे लोकप्रिय चीज की कुर्बानी देने का हुक्म दिया था। हजरत इब्राहिम को उनका बेटा सबसे प्रिय था, इसलिए उन्होंने उसकी बलि देना स्वीकार किया।
कुर्बानी देते हुए उन्होंने अपनी आंखों पर काली पट्टी बांध ली थी, जिससे कि उनकी भावनाएं सामने न आ सकें। जब उन्होंने पट्टी हटाई तो अपने पुत्र को जिंदा खड़ा हुआ देखा। सामने कटा हुआ दुम्बा (सउदी में पाया जाने वाला भेड़ जैसा जानवर) पड़ा हुआ था, तभी से इस मौके पर कुर्बानी देने की प्रथा है।
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सज गया बकरों का बाजार
इसी प्रथा को निभाते हुए बकरीद के दिन जानवरों की कुर्बानी दी जाती है। इस त्योहार से पहले देशभर के बाजारों में बकरे के बाजार सजाए जाते हैं। हालांकि, नवजात बकरे की कुर्बानी नहीं दी जाती है, बकरे को डेढ़-दो साल का होना जरूरी होता है।
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बकरीद मनाने के लिए लोग कम से कम 2 या 3 दिन पहले बकरे या ऊंट को पालते हैं। फिर बकरीद वाले दिन उसका बलिदान करते हैं।