G-20 से PM मोदी का संदेश- आतंकवाद का केंद्र न बने अफगान की धरती
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी मंगलवार शाम को जी-20 समिट में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान के मुद्दे पर चर्चा की
नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi ) ने आज यानी मंगलवार शाम को जी-20 समिट ( G20 summit 2021 ) में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान ( Afghanistan ) के मुद्दे पर चर्चा की. इसके बाद प्रधामंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अफगानिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ( international community ) से एक एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया तैयार करने का आह्वान किया. पीएम मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहयोग के बिना अफगानिस्तान की स्थिति में वांछित बदलाव लाना मुश्किल होगा. प्रधानमंत्री ने बैठक बुलाने के लिए इटली का स्वागत किया.
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मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान की धरती कट्टरपंथ और आतंकवाद का केंद्र न बने. इस दौरान उन्होंने भारत-अफगान संबंधों पर भी जोर दिया. पीएम ने अफगान में भूख, कुपोषण, महिला अत्याचार और अल्पसंख्यकों की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की. प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार पीएम मोदी ने अफगानिस्तान में समावेशी प्रशासन का आह्वान किया. उन्होंने अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए समर्थन व्यक्त किया और अफगानिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2593 में निहित संदेश के लिए जी20 के नए समर्थन का आह्वान किया. पीएम मोदी ने आज अफगानिस्तान पर जी20 शिखर सम्मेलन में वस्तुतः भाग लिया.
Participated in the G20 Summit on Afghanistan. Stressed on preventing Afghan territory from becoming the source of radicalisation and terrorism.
Also called for urgent and unhindered humanitarian assistance to Afghan citizens and an inclusive administration.
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उन्होंने अफगान क्षेत्र को कट्टरपंथ और आतंकवाद का स्रोत बनने से रोकने पर जोर दिया. साथ ही अफगान नागरिकों को तत्काल और निर्बाध मानवीय सहायता और एक समावेशी प्रशासन का आह्वान किया. पीएम मोदी ने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिति में सुधार के लिए यूएनएससी प्रस्ताव 2593 पर आधारित एक एकीकृत अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया आवश्यक है.