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पीएम मोदी ने की इमरान खान से बातचीत कर दी बधाई, कहा- पाकिस्तान में लोकंतत्र की जड़ें और होगी मजबूत

पीएम मोदी ने फोन कर इमरान ख़ान को जीत की बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच शांति औऱ विकास की उम्मीद जताई है।

News Nation Bureau
| Edited By :
31 Jul 2018, 09:39:54 AM (IST)

नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरे पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान ख़ान को सोमवार को फोन कर भावी प्रधानमंत्री बनने की बधाई दी है।

पीएम मोदी ने फोन कर इमरान ख़ान को जीत की बधाई देते हुए दोनों देशों के बीच शांति औऱ विकास की उम्मीद जताई है।

पीएम मोदी ने इमरान से कहा, 'मैं आशा करता हूं कि पाकिस्तान में लोकंतत्र की जड़ें और मजबूत होंगी।'

बता दें कि क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई नेशनल असेंबली की 272 सीटों में 115 सीटें हासिल की हैं और बहुमत से 22 सीटें दूर रह गई थी। यानी कि अब इमरान ख़ान को सरकार बनाने के लिए कुल 20 और ससद्यों के समर्थऩ की ज़रूरत है।

मई में अपनी सरकार का कार्यकाल पूरा कर चुकी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को इस बार केवल 64 सीटों से संतोष करना पड़ा था, जबकि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) 43 सीटों के साथ तीसरे स्थान पर रही।

1992 में पाकिस्तान के क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के कप्तान रहे इमरान खान ने 1996 में अपनी पार्टी पीटीआई का गठन किया था और 1997 में पहला आम चुनाव लड़ा था।

इमरान खान की पार्टी ने पाकिस्तान में धीरे-धीरे अपनी जमीन तैयार की और 2013 के आम चुनावों में बिलावल भुट्टो जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को पीछे कर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।

इमरान खान 11 अगस्त को लेंगे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की शपथ

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने कहा है कि वह 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।

रेडियो पाकिस्तान के मुताबिक, इस्लामाबाद के खैबर पख्तूनख्वा से नवनिर्वाचित सदस्यों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नामांकन से संबंधित फैसला जल्द ही लिया जाएगा और यह लोगों के सर्वोत्तम हित में होगा।

25 जुलाई को हुए चुनाव में पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है हालांकि अपने दम पर सरकार बनाने में यह कुछ सीटों से चूक गई।

मतों के जादुई आंकड़े को छूने के लिए पीटीआई नेतृत्व ने कथित रूप से मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस (जीडीए), पीएमएल-कैद (पीएमएल-क्यू) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के साथ साथ निर्दलियों से संपर्क साधा था।

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