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'PM मोदी का बत्ती बुझाओ, मोमबत्ती जलाओ कार्यक्रम BJP स्थापना दिवस का जश्न, कोरोना से कोई लेना-देना नहीं'

समाजवादी पार्टी के पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने कहा कि भाजपा स्थापना की 40वीं वर्षगांठ पर 5 अप्रैल को परोक्ष रूप से मोदी पूर्व संध्या पर जश्न मनवा रहे हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
04 Apr 2020, 12:04:06 PM (IST)

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील बत्ती बुझाओ, मोमबत्ती जलाओ पर समाजवादी पार्टी ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि पीएम के इस अपील का कोरोना से कोई लेना-देना नहीं है. यह कार्यक्रम बीजेपी स्थापना दिवस के मद्देनजर किया गया है. बीजेपी अपना 40वीं वर्षगांठ 6 अप्रैल को मनाने जा रही है. इसके लिए पीएम मोदी ने परोक्ष रूप से सभी से कहा है कि 5 अप्रैल रात के 9 बजे 9 मिनट तक अपने घरों के सभी लाइटें बंद करके घर के गेट पर या बालकनी से मोमबत्ती, दीप या मोबाइल के फ्लैश लाइट जलाएं. यह बीजेपी स्थापना दिवस की पूर्व संध्या का जश्न है.

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6 अप्रैल, 1980 को भाजपा का गठन हुआ था

समाजवादी पार्टी के पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद ने कहा कि भाजपा स्थापना की 40वीं वर्षगांठ पर 5 अप्रैल को परोक्ष रूप से मोदी पूर्व संध्या पर जश्न मनवा रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी को कहा कि वे एक ढोंगी और मदारी हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए उन्होंने जो आह्वान किया है, वह भाजपा स्थापना दिवस की पूर्व संध्या का जश्न है. कोरोना के बचाव से इसका कोई लेना देना नहीं. उन्होंने साफतौर पर कहा कि 6 अप्रैल, 1980 को भाजपा का गठन हुआ था और 5 अप्रैल, 2020 को स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं. बत्ती बुझाओ मोमबत्ती जलाओ कार्यक्रम भाजपा स्थापना की पूर्व संध्या का जश्न है.

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पीएम मोदी ने स्थापना दिवस मनाने का सस्ता रास्ता चुना

6 अप्रैल, 1980 को 9 रात्रि बजकर 9 मिनट पर भाजपा गठन को अंतिम रूप दिया गया था. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता से परोक्ष रूप से भारतीय जनता पार्टी की स्थापना का 40वां स्थापना दिवस मनाने का सस्ता रास्ता चुना है. निषाद ने बताया कि नागपुर स्थित संघ भवन (आरएसएस मुख्यालय) में 22 मार्च, 1980 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजनीतिक अंग/संगठन की स्थापना का निर्णय तात्कालीन सर संघचालक मधुकर दत्तात्रेय देवरस उपाख्य बाबासाहेब देवरस की स्वीकृति से लिया गया था. 22 मार्च को सायं 5 बजकर 5 मिनट पर सर संघचालक ने राजनीतिक दल के गठन की स्वीकृति प्रदान किया था. पीएम ने निर्णय के इस 40वें वर्षगांठ के अवसर पर 22 मार्च को जनता कर्फ़्यू लगाकर शाम 5 बजे से 5 बजकर 5 मिनट (05 से 5.05 बजे तक) ताली, थाली, घण्टा-घड़ियाल व शंख बजवाकर जश्न मनवाया.

पीएम मोदी को अपनी नाकामी छुपाने के लिए कोरोना वरदान के रूप में मिल गया 

निषाद ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए प्रधानमंत्री ने एक बार फिर नियम-कानून की धज्जियां उड़ाते हुए 'पीएम केअर फंड' बना लिए. जिसकी पारदर्शिता बिल्कुल संदिग्ध है. तथाकथित राष्ट्रवादी व ईमानदार प्रधानमंत्री के चरित्र को स्वाभाविक तौर पर संदेह के घेरे में लाता है. उन्होंने कहा कि कोरोना बचाव के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष में ही सहायता मांगनी चाहिए थी, न कि प्रधानमंत्री केअर फंड में. कोरोना भाजपा व मोदी की नाकामियों को छिपाने व जनता का ध्यान असल मुद्दों से हटाने के लिए वरदान स्वरूप मिल गया है.