.

भारत की जवाबी कार्रवाई से तिलमिलाया पाकिस्तान, इस्लामाबाद में तैनात डिप्टी हाई कमिश्नर तलब

भारत की जवाबी कार्रवाई में तीन सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय उप-उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया है।

News Nation Bureau
| Edited By :
27 Dec 2017, 07:44:27 AM (IST)

highlights

  • पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय उप-उच्चायुक्त जे पी सिंह को तलब किया
  • भारत की जवाबी कार्रवाई में तीन सैनिकों के मारे जाने के बाद तिलमिलिया पाकिस्तान

नई दिल्ली:

भारत की जवाबी कार्रवाई में तीन सैनिकों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने इस्लामाबाद में मौजूद भारतीय उप-उच्चायुक्त (डिप्टी हाई कमिश्नर) जे पी सिंह को तलब किया है।

भारत की इस कार्रवाई में एक पाकिस्तानी सैनिक भी घायल हुआ है। हालांकि पाकिस्तान की सरकारी टीवी पीटीवी न्यूज के मुताबिक जवानों की मौत लैंड माइन ब्लास्ट में हुई।

पाकिस्तान की सरकारी टीवी ने भारतीय गोलीबारी में जवानों की मौत की खबर से इनकार किया है।

पाकिस्तान की सरकारी टीवी के हवाले से आ रहे खंडन में विरोधाभास है क्योंकि एक दिन पहले ही आईएसपीआर ने बयान जारी कर कहा था कि भारत की तरफ से कथित तौर पर की गई एकतरफा फायरिंग में उसके तीन जवान ढेर हो गए, जबकि एक घायल हो गया।

मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक पाकिस्तान ने भारत के सामने डीजीएमओ स्तर की बातचीत का प्रस्ताव रखा है। आधिकारिक तौर पर अभी किसी घोषणा का इंतजार किया जा रहा है।

गौरतलब है कि भारतीय सेना के पांच उच्च-प्रशिक्षित कमांडो ने 'जैसे को तैसा' रणनीति के तहत नियंत्रण रेखा के 300 मीटर तक अंदर जाकर कम से कम तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया।

हालांकि आईएसपीआर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि किसी भारतीय सैनिक ने नियंत्रण रेखा को पार नहीं किया। बयान में भारतीय मीडिया के दावे को खारिज करते हुए कहा गया है, 'भारतीय मडिया का यह दावा घरेलू जनमानस को तुष्ट करने का प्रयास है।'

भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी सेना की ओर से दो दिन पहले भीषण गोलीबारी के बाद की है, जिसमें एक मेजर समेत चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे।

रक्षा सूत्रों ने इसे ब्रिगेड कमांडर द्वारा स्थानीय स्तर पर 'सामरिक जवाबी कार्रवाई' बताया। सूत्रों ने हालांकि अभियान चलाने वाली बटालियन का नाम नहीं बताया।

नाम न बताने की शर्त पर एक रक्षा अधिकारी ने कहा, 'यह पिछले वर्ष के सर्जिकल स्ट्राइक से अलग कम दूरी और कम समय का अभियान था।'

सूत्रों ने बताया कि चार से पांच घातक कमांडो ने यह अभियान चलाया। घातक कमांडो विशेष गुप्त अभियानों के लिए प्रशिक्षित किए जाते हैं।

अधिकारी ने कहा, 'यह जैसे को तैसा कार्रवाई है..जैसा पाकिस्तान हमारे साथ करता है, हम भी उसके साथ वैसा ही करेंगे।'

सूत्रों के मुताबिक, यह 'रणनीतिक' कार्रवाई सोमवार शाम छह बजे तब की गई, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर संभवत: आईईडी लगाने की कोशिश की थी।

उन्होंने बताया , 'पाकिस्तान सेना के 59 बलूच रेजीमेंट को निशाना बनाया गया, जिसमें तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और एक अन्य घायल हो गया।' सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ मारे गए लोगों की संख्या बढ़ सकती है।

घटना पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास हुई।

और पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: भारतीय सेना ने लिया पाकिस्तान से बदला, 3 सैनिक मार गिराए

सूत्रों ने हालांकि इस कार्रवाई को 29 सितम्बर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक की तरह नहीं बताया है, जिसमें भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी कब्जे वाले इलाके में स्थित आतंकी लांच पैड को निशाना बनाया था और कई आतंकियों व उनके मददगारों को मार गिराया था।

वर्ष 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, भारतीय सेना द्वारा सीमा पार जाकर कार्रवाई करने का यह पहला ऐसा मामला है जिसकी जानकारी सार्वजनिक की गई है। सूत्रों ने हालांकि बताया कि समय-समय पर भारतीय सेना सीमा पार जाकर अभियानों को अंजाम देती रहती है।

इससे दो दिन पहले, राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना ने गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर भीषण गोलीबारी की थी जिसमें एक मेजर समेत चार फौजी शहीद हो गए थे।

राजौरी जिले और पुंछ में रविवार को भारतीय जवानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे दो पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सेना की गोलीबारी में मारे गए थे।

इस तरह गत दो दिनों में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या पांच हो गई है।

भारत ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने वर्ष 2003 के संघर्ष विराम समझौते का इस वर्ष अबतक 820 बार उल्लंघन किया है।

उल्लेखनीय है कि भारत ने 18 सितंबर, 2016 को उरी सेक्टर में सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के लगभग 10 दिनों बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, जिसमें भारत ने कई आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था। उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।

और पढ़ें: पाक में जाधव की पत्नी की चूड़ियां और बिंदी उतरवाना बेइज्जती: भारत