ममता बनर्जी समेत इन नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के 3 पूर्व सीएम की रिहाई की मांग की
जम्मू-कश्मरी के 3 पूर्व मुख्यमंत्री से नजरबंदी हटाने की मांग एक बार फिर से विपक्षी दलों के नेताओं ने किया है. फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से नजरबंदी हटाने की मांग विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी करके की है.
नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मरी के 3 पूर्व मुख्यमंत्री से नजरबंदी हटाने की मांग एक बार फिर से विपक्षी दलों के नेताओं ने किया है. फारुख अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती से नजरबंदी हटाने की मांग विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी करके की है. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा (PM HD Deve Gowda), पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी (West Bengal CM Mamata Banerjee) एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ( Sharad pawar), पूर्व केंद्रीय मंत्री यशंवत सिन्हा, अरुण शौरी, सीपीआई नेता डी राजा, सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी, आरजेडी सांसद मनोज झा ने संयुक्त बयान जारी करके उनकी रिहाई की मांग की है.
संयुक्त बयान में कहा गया है, 'हम कश्मीर में सभी राजनीतिक बंदियों की तत्काल रिहाई की मांग करते हैं, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर के तीन पूर्व मुख्यमंत्री (फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती). मोदी सरकार के तहत, लोकतांत्रिक असंतोष को जबरदस्त प्रशासनिक कार्रवाई से प्रभावित किया जा रहा है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने से पहले फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत कई नेताओं को नजरबंद करके रखा गया है. पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधान हटा लिए थे.
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उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर जन सुरक्षा अधिनियम (PSA)के तहत नजरबंद करके रखा गया है. उनकी बहन सारा अब्दुल्ला पायलट ने हाईकोर्ट में पीएसए के तहत उनकी गिरफ्तारी को चुनौती दी है.