अरुण जेटली से केजरीवाल, संजय सिंह, आशुतोष समेत कई आप नेताओं ने चिट्ठी लिखकर मांगी माफी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने को लेकर माफी मांग ली।
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने को लेकर माफी मांग ली। जेटली दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के अध्यक्ष रह चुके हैं।
जेटली को लिखे एक पत्र में केजरीवाल ने कहा, 'मैं स्पष्ट रूप से अपने द्वारा आपके ऊपर प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर लगाए गए सभी आरोपों को वापस लेता हूं। मेरे द्वारा लगाए गए आरोपों के कारण आपके सम्मान को हुए किसी तरह के नुकसान के लिए मैं आपसे और आपके परिवार से पूरी ईमानदारी से माफी मांगता हूं।'
आम आदमी पार्टी और केजरीवाल ने डीडीसीए के अध्यक्ष के रूप में जेटली के 13 साल के निरंतर शासन के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। इसके बाद जेटली ने 10 करोड़ रुपये की मानहानि का दावा ठोका था।
केजरीवाल के वकील राम जेठमलानी ने जेटली से सवाल करने के दौरान अभद्र भाषा का प्रयोग किया था और कहा था ये शब्द उनके मुवक्किल के हैं, जिसके बाद पिछले साल वित्तमंत्री ने दूसरा मुकदमा दायर किया था।
पत्र में कहा गया, 'मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि राम जेठमलानी द्वारा दिए गए अपमानजनक और दुर्भावनापूर्ण बयान मेरे संज्ञान और निर्देश से नहीं दिए गए थे।'
केजरीवाल के अलावा, जिन अन्य आप नेताओं ने जेटली से माफी मांगी है, उनमें आप सांसद संजय सिंह, वरिष्ठ नेता आशुतोष, दीपक बाजपेयी व प्रवक्ता राघव चड्ढा शामिल हैं।
पत्र में कहा गया, "हम दो अलग राजनीतिक दलों से संबंध रखते हैं और मेरा मानना है कि हमें हमारे बीच की बेकार की मुकदमेबाजी को समाप्त कर देना चाहिए और हमारे देश के लोगों को हमारी क्षमताओं का सर्वश्रेष्ठ देना चाहिए।"
केजरीवाल ने पहले पिछले महीने पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम मजीठिया, उसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बेटे अमित सिब्बल से माफी मांगी थी।
केजरीवाल ने माफीनामे में जेटली को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैंने दिसंबर 2015 में आपको लेकर कुछ बयान दिया था। मेरे द्वारा दिया गया बयान कुछ ऐसे दस्तावेजों और जानकारियों पर आधारित था, जो मुझे कुछ लोगों द्वारा मुहैया कराई गई थी। हालांकि अब मुझे पता चल गया है कि जो भी जानकारी मुझे मिली थी वह सही नहीं थी और उन गलत जानकारियों के आधार पर मैंने आपके ऊपर आरोप लगाए थे। इसलिए मेरे द्वारा जो भी आरोप आपके ऊपर लगाए गए थे, उन सभी को वापस लेना चाहता हूं। इन आरोपों से आपकी छवि को जो भी नुकसान हुआ है मैं उसके लिए आपसे और आपके परिवार से माफी मांगता हूं। मानहानि केस की सुनवाई के दौरान दिल्ली हाईकोर्ट में मेरे वकील राम जेठमलानी द्वारा द्वेषपूर्ण बयान दिया गया था, मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।’
जिसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 'आप' की मांफी स्वीकार कर ली है। इस बारे में उनके वकील एम डोगरा ने जानकारी देते हुए कहा कि जेटली ने उनका माफीनामा स्वीकार कर लिया है।
Arun Jaitley has accepted their (A Kejriwal &other AAP leaders)apology. We've moved Delhi HC for civil matters & Patiala House court for criminal complaints. In civil case, we'll agree to a decree in the matter based on apology & acceptance thereof: M Dogra, A Jaitley's counsel pic.twitter.com/qJ3qpyjICZ
— ANI (@ANI) April 2, 2018बता दें कि 'आप' नेताओं ने जेटली पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा था कि डीडीसीए के अध्यक्ष पद पर रहते हुए जेटली ने भ्रष्टाचार किया था।
जिसके बाद साल 2015 के दिसंबर में जेटली ने केजरीवाल और आप नेताओं -कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक वाजपेयी- के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया था और कहा था डीडीसीए मामले में वे 'झूठे और अपमानजनक' आरोप लगा रहे हैं, जिससे उनकी प्रतिष्ठा प्रभावित हो रही है।
जेटली ने इस मामले में 10 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति मांगी थी। जेटली 13 सालों तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे हैं।
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