पूर्वोत्तर के विद्रोही गुटों की धमकी, हिंदी और बंगाली बोलने वाले 31 मार्च से पहले भाग जाएं
इन गुटों ने एक चिट्ठी जारी कर कहा है कि हिंदी और बंगाली बोलने वाले लोग राज्यों से बाहर चले जाएं वर्ना 31 मार्च के बाद नतीजा भुगतने को तैयार रहें।
नई दिल्ली:
पूर्वोत्तर राज्यों में सक्रिय कुछ विद्रोही गुटों ने त्रिपुरा, असम और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में रहने वाले उत्तर भारत के लोगों को 31 मार्च से पहले क्षेत्र छोड़कर चले जाने की धमकी दी है।
साथ ही इन गुटों ने पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों बंगाली बोलने वाले लोगों को भी जल्द से जल्द क्षेत्र खाली करने को कहा है।
इन गुटों ने एक चिट्ठी जारी कर कहा है कि हिंदी और बंगाली बोलने वाले लोग राज्यों से बाहर चले जाएं वर्ना 31 मार्च के बाद नतीजा भुगतने को तैयार रहें।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह चिट्ठी कमातपुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन (KLO), नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्विपरा (NLFT) और पिपल्स डेमोक्रेटिक काउंसिल ऑफ कार्बी-लोंगरी (PDCK) की ओर से जारी की गई है।
चिट्ठी में कहा गया है, 'भारतीय सेना ने जिन लोगों को मारा है, हम उसका विरोध करते हैं। साथ ही बांग्लादेशी बंगालियों को यहा बसाने के कदम का भी विरोध करते हैं। हम कहना चाहते हैं कि सभी भारतीय (बंगाली और हिंदी बोलने वाले लोग) कमातपुर, कार्बी-लोंगरी और त्रिपुरा को छोड़ कर चले जाएं।'