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नोबेल विजेता लुक मोंटेनर का दावा, एड्स की दवा खोजने में वुहान लैब में बना कोरोना वायरस 

नोबेल पुरस्कार विजेता लुक मोंटेनर (Luc Montagnier) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस मानव द्वारा तैयार किया गया वायरस है जिसे एड्स की रोकथाम के लिए बनाई जाने वाली एक दवा को तैयार करते समय बनाया गया.

News Nation Bureau
| Edited By :
26 Apr 2021, 11:00:50 AM (IST)

नई दिल्ली:

कोरोनावायरस की उत्पत्ति को लेकर सवाल उठते रहे हैं. इसके लिए चीन की वुहान लैब कई बार निशाने पर आई, लेकिन चीन लगातार इनकार करता रहा है. इसी बीच फ्रांस के नोबेल पुरस्कार विजेता लुक मोंटेनर (Luc Montagnier) ने दावा किया है कि कोरोना वायरस मानव द्वारा तैयार किया गया वायरस है जिसे एड्स की रोकथाम के लिए बनाई जाने वाली एक दवा को तैयार करते समय बनाया गया. प्रोफेसर मोंटेनर को 2008 में एड्स की दवा के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था. उन्होंने यह भी दावा किया कि वायरस को वुहान की लैब में तैयार किया गया है. पत्रकार और लेखक तारेक फतेह ने भी एक ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना के पीछे वुहान की ही लैब का हाथ है.  
 
एक फ्रांसीसी समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रो. लुक ने कहा, नए वायरस के जीनोम में मौजूद एचआईवी और यहां तक कि मलेरिया के कीटाणुओं के तत्वों की मौजूदगी इसकी ओर इशारा करती है. प्रो. लुक ने कहा कि नया कोरोना वायरस प्राकृतिक रूप से उत्पन्न हुआ नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि कहा जा रहा है कि यह 'औद्योगिक हादसा' वुहान नेशनल बायोसेफ्टी लैब में हुआ. उन्होंने दावा किया, 'वुहान सिटी लैब को इस तरह के कोरोना वायरस में साल 2000 से अध्ययन हो रहा है. वो इस मामले में विशेषज्ञ हैं.' उन्होंने वायरस को खत्म करने के लिए तरंगों की थ्योरी (वेव थ्योरी) का प्रस्ताव भी दिया है. 

वैज्ञानिकों ने की सेना की मदद 
एक मीडिया रिपोर्ट में यह बी दावा किया गया कि चीन के वुहान लैब में वैज्ञानिकों ने जानवरों के वायरस खोजने के लिए चीनी सेना की मदद की थी. रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इसमें पांच टीम लीडरों में शि झेंगली उर्फ 'बैट वुमन' और  एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी काओ वुचुन भी सैंपल खोजने के लिए गुफाओं में गए थे.अमेरिका के वेंडन इस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी का आरोप है कि इस तरह के वायरस फैलाने में चीन के नागरिक और सेना दोनों शामिल हैं. चीन पर पहले से ही आरोप है कि वुहान लैब से कोरोना वायरस फैला है. लेकिन चीन इसको मानने को तैयार नहीं है. यहां तक कि अब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी साफ कर दिया कि वुहान लैब से कोरोना नहीं फैला है, बल्कि यह किसी जानवर से इंसान तक पहुंचा है.

कोरोना पर चीन की हुई जमकर आलोचना
गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका, ब्रिटेन समेत 12 अन्य देशों ने चीन से इस महामारी के नमूने को शेयर करने की अपील की थी, लेकिन बीजिंग ने उसे खारिज कर दिया. जिसके बाद चीन की काफी आलोचना हुई थी. बता दें कि अमेरिकी विदेश विभाग ने वुहान लैब में नए वायरस के बारे में बहुत पहले ही सूचना दे दी थी. विदेश विभाग ने कोरोना से हफ्तों पहले बताया था कि चीन समेत दुनिया में एक नया वायरस कहर बरपाएगा.