केंद्र सरकार ने कहा, 'पाकिस्तान से MFN दर्जा वापस लिए जाने पर फिलहाल कोई फैसला नहीं'
नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान को एमएफएन का दर्जा खत्म करने पर किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है।
highlights
- पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस लिये जाने पर फिलहाल विचार नहीं
- भारत-पाक के बीच तनाव के दिनों में द्विपक्षीय कारोबार में आई कमी
- उरी हमले के बाद एमएफएन दर्जा वापस लिये जाने पर विचार की आई थी खबर
नई दिल्ली:
नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच जारी तनाव के बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन (एमएफएन) का दर्जा खत्म करने पर किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है।
लोकसभा में एक सदस्य ने सरकार से पूछा कि क्या पाकिस्तान को दिए गए एमएफएन दर्ज को वापस लेने का कोई प्रस्ताव है। जिसके जवाब में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सितारमण ने कहा, 'अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।'
जम्मू-कश्मीर के उरी में पाकिस्तान से आए आतंकियों के हमले के बाद पाकिस्तान से एमएफएन दर्जा पर फिर से विचार करने की खबर आई थी। लेकिन सरकार ने इस खबर को खारिज किया है।
सितारमण ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के दिनों में द्विपक्षीय कारोबार में थोड़ी कमी आई है। उन्होंने कहा, 'साल 2015 के अप्रैल से अक्टूबर तक 1,208.75 अमेरिका डॉलर का व्यापार हुआ था, वहीं इस साल अप्रैल से अक्टूबर तक 1,167.91 अमेरिकी डॉलर का व्यापार हुआ है।'
निचले सदन लोकसभा में सवाल पूछा गया कि क्या पाक से व्यावसायिक संबंध बदले जाने के लिए कोई प्रस्ताव दिया है। इस पर सीतारमण ने कहा कि अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, 'व्यावसायिक संबंधों पर कोई पैनल नहीं बनाई गई है।'
क्या है एमएफएन?
विश्व व्यापार संगठन (WTO) और इंटरनेशनल ट्रेड नियमों के आधार पर व्यापार में सर्वाधिक तरजीह वाला देश (एमएफएन) का दर्जा दिया जाता है। भारत ने पाकिस्तान को 1996 में एमएफएन का दर्जा दिया था। इसके तहत पाकिस्तान को अधिक आयात कोटा देने के साथ और उत्पादों को कम ट्रेड टैरिफ पर बेचे जाने की छूट मिलती है।
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