INS किलतान हुआ बेड़े में शामिल, नौसेना की बढ़ी ताकत
दुश्मन की पनडुब्बियों को खत्म करने वाला नया युद्धपोत आईएनएस किलतान आज नौसेना मे शामिल हो गया।
नई दिल्ली:
आईएनएस किलतान आज नौसेना मे शामिल हो गया। विशाखापत्तनम मे रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने करीब 9.30 बजे इसे नौसेना को सौंपा। इसका नाम लक्षदीप के नाम पर द्वीप रखा गया है।
पूरी तरह से स्वदेशी पनडुब्बी पानी के अंदर दुश्मन के किसी भी हमले को नाकाम करने में सक्षम है। इसे गार्डनरीच शिपयार्ड ने बनाया है। इस पनडुब्बी की डिजाइन नेवल डिजाइन निदेशालय ने तैयार किया है।
इस पनडुब्बी को बनाने में हाई क्लास स्टील डीएमआर 249 का उपयोग किया गया है। स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानि सेल इस स्टील को तैयार किया है।
3500 टन वजनी ये युद्धपोत 109 मीटर लंबा है। इसमें चार डीजल इंजन लगा है। पनडुब्बी करीब 45 किलोमीटर की रफ्तार से पानी में तैर सकता है।
इसमे आधुनिक हथियार व सेंसर लगे हैं।
मध्यम दूरी के टॉप, रॉकेट लांचर के हथियार के साथ ही हेलिकॉप्टर के लैंडिंग की भी सुविधा है। नौसेना का ये युद्धपोत रासायनिक, जैविक और परमाणु हथियारों से भी लड़ने में सक्षम है।