Nirbhaya case : 14 Points में जानें, आखिर कैसे कटा निर्भया के दोषियों का आखिरी आधा घंटा
निर्भया को आखिरकार घटना के सात साल बाद न्याय मिल ही गया. अब से कुछ देर पहले यानी सुबह 5.30 बजे चार दोषियों को फांसी पर लटकाया गया. 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में अंधेरे में चलती बस में निर्भया के साथ कुछ दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी
20 Mar 2020, 06:34:09 AM (IST)
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निर्भया को आखिरकार घटना के सात साल बाद न्याय मिल ही गया. अब से कुछ देर पहले यानी सुबह 5.30 बजे चार दोषियों को फांसी पर लटकाया गया. 16 दिसंबर 2012 की रात दिल्ली में अंधेरे में चलती बस में निर्भया के साथ कुछ दरिंदों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं. इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था और सभी निर्भया के गुनहगारों को मौत की सजा देने की मांग उठाने लगे थे. अब लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे दोषियों ने आखिरी सांस ली. आधे घंटे तक डेड बॉडी लटकी रहेगी. डाक्टर की ओर से मौत की पुष्टि होने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा.
निर्भया के दोषियों के आधे घंटे
- फांसी से पहले चारो दोषी रो रहे थे
- बचने के लिए फांसी घर में भी लेट गए थे
- सुबह 3.15 बजे दोषियों को उठाया गया
- चारों दोषियों में से रात भर कोई नहीं सोया
- चारों दोषियों से आखिरी इच्छा पूछी गई
- सेल से बाहर लाने से पहले सफेद कुर्ता-पाजामा पहनाया गया
- चारों के हाथ पीछे की ओर बांध दिए गए
- फांसी कोठी से पहले चेहरों को काले कपड़े से ढका गया
- फांसी के तख्ते पर लटकाने से पहले इनके गले में रस्सी बांधी गई
- फांसी के तख्ते पर दोषियों को दोनों पैर भी बांध दिए गए
- सुपरिटेंडेट के इशारे पर पवन जल्लाद ने लीवर खींचा
- आधे घंटे तक दोषियों के शव तख्ते पर लटके रहे
- सुबह 6 बजे दोषियों के शवों को उतारा गया
- डॉक्टर ने चारों दोषियों को मृत घोषित किया