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चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 76वीं यूएन महासभा की आम बहस में भाषण दिया

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 76वीं यूएन महासभा की आम बहस में भाषण दिया

IANS
| Edited By :
22 Sep 2021, 11:20:01 PM (IST)

बीजिंग: चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 21 सितंबर को पेइचिंग में वीडियो के माध्यम से 76वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की आम बहस में भाग लिया और ²ढ़ विश्वास के साथ संयुक्त रूप से मुश्किलों को दूर करें, अधिक सुन्दर दुनिया का सह-निर्माण करें शीर्षक पर भाषण दिया।

शी चिनफिंग ने कहा कि इस वर्ष चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ है, और संयुक्त राष्ट्र में चीन लोक गणराज्य की वैध सदस्यता की बहाली की 50वीं वर्षगांठ भी है। चीन इस ऐतिहासिक घटना की स्मृति के लिए भव्य समारोह आयोजित करेगा। हम चीन-यूएन सहयोग को नए स्तर पर पहुंचाने को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे, संयुक्त राष्ट्र के महान कार्य के लिए लगातार नया और बड़ा योगदान देने के लिए तत्पर हैं।

उन्होंने बल देते हुए कहा कि वर्तमान दुनिया में महामारी की स्थिति फिर भी गंभीर है, जिससे मानव समाज गहरे रूप से परिवर्तित हो चुका है। दुनिया उथल-पुथल की नई परिवर्तित काल में प्रवेश हो चुकी है। हर एक जिम्मेदार राजनेता को आत्मविश्वास, साहस और जिम्मेदारी के साथ युगात्मक सवालों का जवाब देना चाहिए और ऐतिहासिक चुनाव करना चाहिए।

पहला, हमें महामारी को हराना है और मानव जाति के भविष्य और नियति से संबंधित इस बड़ी लड़ाई को जीतना है। चीन साल भर में वैक्सीन की 2 अरब खुराकें उपलब्ध कराने का प्रयास करेगा। कोवैक्स को 10 करोड़ अमेरिकी डॉलर दान देने के आधार पर साल के भीतर विकासशील देशों को वैक्सीन की एक और 10 करोड़ खुराकें दान करेगा। चीन वैश्विक वैज्ञानिक ट्रेसबिलिटी का समर्थन करना और भाग लेना जारी रखेगा, और किसी भी प्रकार के राजनीतिक हेरफेर का डटकर विरोध करेगा।

दूसरा, हमें अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करना चाहिए। मजबूत, हरित और स्वस्थ वैश्विक विकास को बढ़ावा देना चाहिए। संयुक्त रूप से वैश्विक विकास को संतुलन, समन्वय और समावेश के एक नए चरण में बढ़ावा देना चाहिए।

शी चिनफिंग ने विकास की प्राथमिकता, जनता की प्रधानता, आम उदारता व समावेश, सृजनात्मक विकास, मानव व प्रकृति के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व, और कार्रवाई उन्मुख समेत छह पहलुओं पर डटी रहने वाली पहल पेश की।

तीसरा, हमें एकता को मजबूत करते हुए आपसी सम्मान, सहयोग व उभय जीत वाली अंतरराष्ट्रीय संबंध की अवधारणा का अभ्यास करना चाहिए। चीनी राष्ट्र हमेशा से शांति और सामंजस्य की खोज करता रहा है। हमने अतीत में कभी भी दूसरों पर आक्रमण नहीं किया और न ही कोई धौंस जमायी, और भविष्य में भी नहीं करेंगे। चीन हमेशा से वैश्विक शांति का निमार्ता, वैश्विक विकास का योगदानकर्ता, अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति का रक्षक, सार्वजनिक उत्पादों का प्रदाता रहेगा, और अपने नए विकास के साथ दुनिया के लिए नए अवसर प्रदान करता रहेगा।

चौथा, हमें वैश्विक शासन में सुधार करना चाहिए और सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को सच्चे बहुपक्षवाद का झंडा ऊंचा रखते हुए सभी देशों के लिए संयुक्त रूप से आम सुरक्षा की रक्षा करने, विकास के फलों को साझा करने और दुनिया के भाग्य में महारत हासिल करने के लिए एक मुख्य मंच बनना चाहिए। सुरक्षा, विकास और मानवाधिकार सहित तीन प्रमुख क्षेत्रों में कार्यों को संतुलित तरीके से बढ़ावा देना चाहिए, ताकि बहुपक्षवाद के लिए सभी पक्षों की प्रतिबद्धताओं का कार्यान्वयन किया जा सके।

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि दुनिया एक बार फिर इतिहास के चौराहे पर खड़ी है। मुझे विश्वास है कि मानव जाति के शांतिपूर्ण विकास और प्रगति की प्रवृत्ति अबाधित होगी। आइए हम अपने आत्मविश्वास को मजबूत करें, हाथ मिलाकर वैश्विक खतरों और चुनौतियों से निपटारा करें, मानव जाति के साझे भाग्य वाले समुदाय के निर्माण को बढ़ावा दें और संयुक्त रूप से एक बेहतर दुनिया का निर्माण करें!

( साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग )

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