सिंधु जल समझौते पर पीएम मोदी ने कहा खून और पानी साथ नहीं बह सकते
सिंधु जल समझौते पर पीएम मोदी ने कड़ा रुख दिखाया है
नई दिल्ली:
जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को हर मोर्चे पर भारत सरकार कड़ा संदेश देना चाहती है इसी के तहत पीएम मोदी ने आज सिंधु जल समझौते पर अधिकारियों की अहम बैठक बुलाई थी जहां पीएम मोदी ने पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए कहा कि खून और पानी साथ नहीं बह सकते।सिंधु जल समझौते पर हुई बैठक में जल संसाधन सचिव शशि शेखर ने पीएम मोदी को एक प्रजेंटेशन भी दिया जिसमें कहा गया है कि बिना जल समझौते में बदलाव किए भी पाकिस्तान को कड़ा सेंदेश दिया जा सकता है।
प्रजेंटेशन में सचिव शशि शेखर ने पीएम मोदी को कई अहम सुझाव दिए जिसमें 1960 में हुए सिंधु जल समझौते के मुताबिक
1. भारत अगर अपने अधिकार के मुताबिक पानी का इस्तेमाल करे तो 6 लाख हेक्टेयर लैंड में सिंचाई हो सकती है
2.भारत समझौते के मुताबिक 3.6 मिलियन एकड़ फीट वाटर स्टोरेज कर सकता। यानि कि इतना पानी हम पाकिस्तान जाने से रोक सकते हैं
3.इतने पानी को पाकिस्तान में जाने से रोकने पर भारत 18000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन कर सकता है जो फिलहाल सिर्फ 3 हजार मेगावॉट का हो रहा है
4.पानी के इतने स्टोरेज से जम्मू कश्मीर में सिंचाई की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी
5. 3.6 मिलियन एकड़ फीट पानी का इस्तेमाल करने पर पाकिस्तान के करीब 6 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई का संकट आ जाएगा और बिजली उत्पादन में भी 18000 मेगावॉट की कमी आ जाएगी जिससे पाकिस्तान के अर्थव्यवस्था पर इसका बुरा असर पड़ेगा।