.

हिजबुल आतंकी नवीद बाबू को जानती थीं महबूबा मुफ्ती, NIA का दावा

महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) हिजबुल मुजाहिदीन के गिरफ्तार आतंकवादी नवीद बाबू को जानती थीं और एक बार उससे बात भी की थी.

News Nation Bureau
| Edited By :
24 Mar 2021, 12:00:11 PM (IST)

highlights

  • पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
  • जांच में हिजबुल आतंकी पार्रा से जुड़ रहे हैं संबंध
  • एनआईए ने आरोपपत्र में किए हैं कई खुलासे

नई दिल्ली/जम्मू:

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) हिजबुल मुजाहिदीन के गिरफ्तार आतंकवादी नवीद बाबू को जानती थीं और एक बार उससे बात भी की थी. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीएसपी दविंदर सिंह से संबंधित मामले के संबंध में दायर आरोपपत्र में यह दावा किया है. यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर में एनआईए द्वारा जांच किए जा रहे किसी मामले में महबूबा मुफ्ती का नाम आया है. जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने बताया, 'गिरफ्तार किए गए डीएसपी दविंदर सिंह और हिजबुल (Hizbul) आतंकवादी नवीद बाबू से संबंधित मामले में पूर्व मुख्यमंत्री का नाम सामने आया है.'

एनआईए ने दायर किया आरोप पत्र
एनआईए ने गिरफ्तार किए गए पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के युवा विंग के प्रमुख वहीद-उर-रहमान पार्रा सहित तीन लोगों के खिलाफ एक पूरक आरोप पत्र दायर किया है, जिन्होंने कथित तौर पर इस मामले के सिलसिले में हिजबुल मुजाहिदीन के लिए एक फाइनेंसर के रूप में काम किया था. अधिकारी ने कहा कि मुफ्ती हिजबुल आतंकी नवीद बाबू को जानता थीं और उससे एक बार बात भी कर चुकी हैं. हालांकि, अधिकारी ने अधिक जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.

यह भी पढ़ेंः राज्यपाल से मिले फडणवीस, बोले- सीएम ठाकरे की चुप्पी चिंताजनक

पार्रा ने मुहैया कराया आतंकियों को धन
एनआईए ने अपने पूरक आरोप पत्र में दावा किया है कि पार्रा टेररिस्ट हार्डवेयर की खरीद के लिए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों को धन मुहैया कराने और ट्रांसफर करने के 'साजिश' का हिस्सा था और जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक-अलगाववादी-आतंकवादी से सांठगांठ को बनाए रखने में भी एक महत्वपूर्ण कड़ी था. दविंदर सिंह की गिरफ्तारी के बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा मामले की एनआईए को सौंपे जाने से पहले प्रारंभिक जांच की गई थी. पुलिस ने कहा था कि दोनों आतंकवादियों और वकील ने पाकिस्तान की यात्रा करने की योजना बनाई थी.

यह भी पढ़ेंः बंगाल BJP में आंतरिक रार, दलबदलुओं को टिकट से कार्यकर्ता नाराज

पीडीपी का मददगार रहा पार्रा
पार्रा दक्षिण कश्मीर में पीडीपी के पैठ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था, खासकर आतंक प्रभावित पुलवामा जिले में. पार्रा के अलावा, एनआईए ने मामले के संबंध में दो गन रनर - शाहीन अहमद लोन और तफजुल हुसैन परिमू को भी नामजद किया है. निलंबित पुलिस अधिकारी दविंदर सिंह वर्तमान में जम्मू संभाग के हीरानगर में कठुआ जेल में बंद हैं. उन्हें जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से पिछले साल 11 जनवरी को दो हिजबुल आतंकवादियों - नवीद बाबू और रफी अहमद राथर - और कानून की पढ़ाई बीच में छोड़ चुके इरफान शफी मीर को जम्मू ले जाते समय पुलिस ने गिरफ्तार किया था.