फडनवीस ने देश के पहले मल्टी-मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना का किया उद्घाटन
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को नागपुर हवाईअड्डा परिसर में देश के पहले मल्टी-मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना का उद्घाटन किया।
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा केंद्रीय सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को नागपुर हवाईअड्डा परिसर में देश के पहले मल्टी-मॉडल इलेक्ट्रिक वाहन परियोजना का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री फडणवीस और गडकरी ने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इलेक्ट्रिक वाहनों के इस बेड़े को हरी झंडी दिखाई। इसके बाद दोनों नेताओं ने हवाईअड्डा परिसर में स्थित ओला के इलेक्ट्रिक चार्जिग स्टेशन का अनावरण किया।
इस मौके पर गडकरी ने कहा, "हमने 2030 तक भारत को 100 फीसदी इलेक्ट्रिक वाहन देश बनाने का मिशन निर्धारित किया है। यह देखकर अच्छा लगता है कि ओला और महिन्द्रा जैसी भारतीय कम्पनियां भारत सरकार के इस दृष्टिकोण पर काम करने के लिए आगे आई हैं और देश में स्थायी परिवहन की मजबूत प्रणाली के निर्माण में अपना योगदान दे रही हैं।"
देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, "इस पहल को समर्थन देते हुए हमने राज्य में सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के पंजीकरण, वैट और सड़क कर में छूट दी है। हमें उम्मीद है कि आने वाले समय में महाराष्ट्र अपनी इस अनुकरणीय पहल के साथ अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल राज्य की भूमिका निभाएगा।"
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उल्लेखनीय है कि ओला और महिंद्रा ने नागपुर में एक इलेक्ट्रिक परिवहन प्रणाली (इलेक्ट्रिक मास मोबिलिटी इकोसिस्टम) के निर्माण के लिए केंद्र सरकार के साथ साझेदारी की है, जो देश के ऑटोमोटिव एवं परिवहन क्षेत्र में क्रान्तिकारी बदलाव लाएगी।
यह परियोजना विभिन्न सेगमेन्ट्स के वाहनों जैसे ई-बस, ई-कैब्स, ई-रिक्शॉ और ई-ऑटो को एक ही प्लेटफॉर्म- ओला एप पर लाएगी, जिसके माध्यम से नागपुर के नागरिक अपनी परिवहन की जरूरतों के अनुसार इन वाहनों की बुकिंग कर सकेंगे।
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पायलट परियोजना की शुरुआत 200 वाहनों के बेड़े से होगी, जिसमें महिन्द्रा के 100 नए म2व प्लस वाहन शामिल हैं। शेष वाहनों में अन्य ओईएम स्रोतों जैसे टाटा मोटर्स, काईनेटिक, बीवायडी और टीवीएस आदि के वाहन शामिल होंगे।
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