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अमेरिका पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्वीट कर कहा रणनीतिक मुद्दों पर 'सच्चे दोस्त' से होगी बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुर्तगाल के दौरे के बाद अमेरिका पहुंच गए हैं। आज सुबह वाशिंगटन पहुंचे पीएम मोदी का वहां भव्य स्वागत किया गया।

News Nation Bureau
| Edited By :
25 Jun 2017, 11:17:38 AM (IST)

highlights

  • पीएम मोदी अमेरिका पहुंचे, लोगों ने किया भव्य स्वागत, लगे मोदी-मोदी के नारे
  • पीएम सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप से करेंगे मुलाकात, द्विपक्षीय संबंधों पर होगी चर्चा

नई दिल्ली:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुर्तगाल के दौरे के बाद अमेरिका पहुंच गए हैं। आज सुबह वाशिंगटन पहुंचे पीएम मोदी का वहां भव्य स्वागत किया गया। पीएम आज वहां कई दिग्गज अमेरिकी कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे जिसके बाद वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को भी पीएम संबोधित करेंगे। 

पीएम के वाशिंगटन पहुंचने के बाद वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों ने उनके स्वागत के बाद मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारे लगाने लगे। पीएम मोदी सोमवार को पहली बार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे।

मोदी के अमेरिकी दौरे को लेकर वहां के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नार्ट ने कहा था कि अमेरिका को नरेंद्र मोदी का इंतजार है। ये भारत और अमेरिका के रिश्तों को और ज्यादा मजबूत करेगा

वहीं पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उनके स्वागत में ट्वीट कर कहा था कि सोमवार को महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों पर एक सच्चे दोस्त से चर्चा होगी।

Look forward to welcoming India's PM Modi to @WhiteHouse on Monday. Important strategic issues to discuss with a true friend!

— President Trump (@POTUS) 24 June 2017

पीएम मोदी के दौरे से पहले ही अमेरिका भारत को 22 गार्जियन मानवरहित ड्रोन देने के लिए तैयार हो गया है। इस सौदे की लागत करीब दो अरब अमेरिकी डॉलर है। इस सौदे को अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने मंजूरी दी है।

ये मानवरहित ड्रोन कैलिफोर्निया की कंपनी जनरल एटॉमिक्स कंपनी बनाती है जिससे भारत सरकार का ये सौदा हुआ है। पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल में भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों की परीक्षा में इसे बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।

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जब बराक ओमाबा अमेरिका के राष्ट्रपति थे तो दोनों दशों के संबंधों में काफी गर्माहट थी लेकिन ट्रंप के सत्ता संभालने के बाद दोनों देशों के संबंधों में गर्मजोशी कम हो गई थी।

इसका सबसे बड़ा कारण था ट्रंप का भारत की जगह चीन के प्रति झुकाव क्योंकि ट्रंप सरकार चीन की मदद से उत्तरी कोरियों के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाना चाहती है। इसी को लेकर बीते अप्रैल महीने में डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति शी शिनपिंग से मुलाकात की थी।

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